Cooking Oil Prices: तेल और तिलहन के दाम में आई तेजी, मलेशिया बना वजह

Cooking Oil Price Today: मलेशिया एक्सचेंज में कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल का दाम निरंतर मजबूत होने के बीच शुक्रवार को देश के प्रमुख बाजारों में अधिकतम तेल-तिलहनों के दाम में सुधार आया तथा सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, सीपीओ एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल के दाम मजबूत हुए।

Cooking Oil Price Today

Cooking Oil Price Today: मलेशिया एक्सचेंज में कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल का दाम निरंतर मजबूत होने के बीच शुक्रवार को देश के प्रमुख बाजारों में अधिकतम तेल-तिलहनों के दाम में सुधार आया तथा सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, सीपीओ एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल के दाम मजबूत हुए। सोयाबीन डी-आयल्ड केक (डीओसी) की निर्यात मांग पहले से कमजोर है। इस बीच वायदा कारोबार में बिनौला खल का दाम टूटने से बाजार धारणा प्रभावित होने के कारण डीओसी की मांग और प्रभावित हुई है, जिसके कारण सोयाबीन तिलहन के दाम में गिरावट आई। मूंगफली तेल-तिलहन के दाम पूर्वस्तर पर बंद हुए।

कल की छुट्टी के बाद शिकागो एक्सचेंज कारोबार के लिए रात आठ बजे खुलेगा। लेकिन मलेशिया एक्सचेंज दोपहर 3.30 बजे लगभग तीन प्रतिशत मजबूत बंद हुआ है जिसकी वजह से सीपीओ और पामोलीन तेल के दाम में मजबूती रही। इस मजबूती का असर बाकी तेल-तिलहन कीमतों पर भी आया। जिसके कारण सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, बिनौला जैसे देशी ऊपज के दाम में भी तेजी देखी गई।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में सट्टेबाजी चलने की संभावना हो सकती है क्योंकि निरंतर वहां दाम मजबूत हो रहे हैं। नौबत यहां तक आ गई है कि पामोलीन तेल के दाम मूंगफली से भी अधिक हो चला है। पामोलीन की इस तेजी की वजह से देश में होने वाले खाद्यतेलों का आयात प्रभावित होगा क्योंकि पामोलीन मंहगा होने से इसका आयात घटेगा और इसकी पूर्ति किस लागत अनुकूल खाद्यतेल से होगी, इस पर विचार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश में महीने में लगभग नौ लाख टन सीपीओ और पामोलीन तेल का आयात होता है। जबकि महीने में लगभग 2.5 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात होता है। वहीं सॉफ्ट आयल का आयात 5-6 लाख टन का होता है। इस नौ लाख टन खाद्यतेल की आपूर्ति किस खाद्यतेल से की जायेगी, इस पर गौर करना होगा।

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