Rabi Crop MSP: किसानों को भी दिवाली का तोहफा, सरकार ने 6 फसलों पर बढ़ाई एमएसपी
Rabi Crop MSP: केंद्र सरकार ने किसानों को दिवाली का तोहफा दिया। छह रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है।
रबी फसलों पर एमएसपी का ऐलान (तस्वीर-Canva)
Rabi Crop MSP: दिवाली से पहले किसानों को बड़ी राहत देते हुए केंद्र सरकार ने 6 रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। बुधवार को कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस फैसले की घोषणा की। अश्विनी वैष्णव कहा कि किसानों का कल्याण और हमें देशभर में अपनी नीतियों के लिए किसानों से भारी समर्थन मिल रहा है 2014 से 2025 में एमएसपी तक यह बहुत बड़ी बढ़ोतरी है। गेहूं का एमएसपी 150 रुपये बढ़ाकर 2,275 रुपये से 2,425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। सरसों का एमएसपी 300 रुपये बढ़ाकर 5,950 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जबकि चने का एमएसपी 210 रुपये बढ़ाकर 5,650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
केंद्र सरकार ने 2025-26 के लिए रबी मार्केटिंग सत्र में 6 फसलों के लिए एमएसपी अधिसूचित किया है।
- गेहूं - 2275 रुपये से 2425 रुपये
- जौ - 1850 रुपये से 1980 रुपये
- चना - 5440 रुपये से 5650 रुपये
- मसूर - 6425 रुपये से 6700 रुपये
- रेपसीड/सरसों - 5650 रुपये से 5950 रुपये
- कुसुम - 5800 रुपये से 5940 रुपये
गेहूं का MSP 150 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा
रबी की प्रमुख फसल गेहूं का एमएसपी 150 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया गया है। इससे नई कीमत 2,425 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है, जो पिछले सीजन में 2,275 रुपये थी। गेहूं देश के कई हिस्सों में एक प्रमुख फसल है और इस वृद्धि से किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है, खासकर उत्तरी भारत में जहां गेहूं मुख्य फसल है।
सरसों का MSP 300 रुपये बढ़ा
सरसों के लिए एमएसपी में 300 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जिससे यह 5,650 रुपये से बढ़कर 5,950 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। सरसों राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में व्यापक रूप से उगाई जाती है और किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण तिलहन फसल है। सरसों के लिए उच्च एमएसपी से किसानों को बेहतर लाभ मिलने तथा इस तिलहन की अधिक खेती को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
चना के MSP में 210 रुपये की बढ़ोतरी
चना के एमएसपी में 210 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जिससे नई दर 5,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। चना भारत में एक प्रमुख दलहन फसल है और पूरे देश में इसका व्यापक रूप से खाया जाता है। इस वृद्धि के साथ सरकार का लक्ष्य दालों के अधिक उत्पादन को प्रोत्साहित करना है, जो भारतीय आहार में प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
इस कदम का उद्देश्य किसानों को वित्तीय राहत प्रदान करना तथा विशेष रूप से आगामी रबी सीजन के दौरान कृषि आय को सपोर्ट देता है।
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रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं। वह बिजनेस टीम में ...और देखें
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