Oil Prices: तेल-तिलहन की कीमतों में हुआ सुधार, विदेशी बाजारों में तेजी का नतीजा

शिकॉगो और मलेशिया एक्सचेंज में तेजी के रुख के बीच देश के थोक तेल-तिलहन बाजार में शुक्रवार को सरसों, मूंगफली और सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल तथा बिनौला तेल के दाम में मजबूती रही। कपास नरमा की आवक कम हो रही है जबकि पंजाब और हरियाणा में इसके दाम एमएसपी से काफी बेहतर मिल रहे हैं।

तेल-तिलहन की कीमतों में हुआ सुधार, विदेशी बाजारों में तेजी का नतीजा

Oil Prices: शिकॉगो और मलेशिया एक्सचेंज में तेजी के रुख के बीच देश के थोक तेल-तिलहन बाजार में शुक्रवार को सरसों, मूंगफली और सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल तथा बिनौला तेल के दाम में मजबूती रही और इनकी कीमतें पर्याप्त सुधार के साथ बंद हुईं। कल के मुकाबले आज कीमतों में सुधार तो है, मगर अब भी मंडियों में मूंगफली, सोयाबीन और सूरजमुखी के हाजिर दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम बोले जा रहे हैं। मलेशिया एक्सचेंज दोपहर साढ़े तीन बजे लगभग 2.5 प्रतिशत तेज बंद हुआ जबकि शिकॉगो एक्सचेंज अब 2.5 प्रतिशत मजबूत चल रहा है।

मजबूत उत्पादन पर देना होगा ध्यान

सूत्रों ने कहा कि सहकारी संस्था हाफेड और नाफेड के सरसों बिक्री के लिए बोली बढ़ा दी गई है। इसके अलावा कपास नरमा की आवक कम हो रही है जबकि पंजाब और हरियाणा में इसके दाम एमएसपी से काफी बेहतर मिल रहे हैं। विदेशों में पर्याप्त सुधार के बीच बाकी तेल तिलहनों के दाम भी पर्याप्त मजबूती के साथ बंद हुए। सूत्रों ने कहा कि अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशी बाजारों पर आंख मूंद कर निर्भर होना खतरे से खाली नहीं है जहां कभी दाम अचानक बढ़ जाते हैं और कभी अचानक घट जाते हैं। इस अनिश्चय की स्थिति से निजात पाकर हमें अपना तेल-तिलहन उत्पादन बढ़ाने और उसका मजबूत बाजार विकसित करने की ओर ध्यान देना होगा।

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