PMMSY: इन राज्यों के लिए केंद्र सरकार ने रखी 50 परियोजनाओं की आधारशिला, पैदा होंगे रोजगार के अवसर
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana: नॉर्थ ईस्ट में रोजगार के अवसर पैदा के लिए केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने मत्स्य पालन बुनियादी ढांचे, उत्पादकता को बढ़ाने के लिए 50 करोड़ रुपये की 50 परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
पूर्वोत्तर में मछली पालन को बढ़ावा दे रही है सरकार
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana: केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने सोमवार को पूर्वोत्तर क्षेत्र के मत्स्य पालन बुनियादी ढांचे, उत्पादकता को बढ़ाने और रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए 50 करोड़ रुपये की 50 परियोजनाओं की आधारशिला रखी। मंत्री ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत सिक्किम में जैविक मत्स्य पालन और जलीय कृषि के विकास के लिए सोरेंग जिले में ‘जैविक मत्स्य पालन क्लस्टर’ का शुभारंभ किया। एक सरकारी बयान के मुताबिक पीएमएमएसवाई के तहत कुल 50 परियोजनाओं में से अधिकतम 24 परियोजनाएं सिक्किम में लागू की जाएंगी। इसके बाद असम (12), त्रिपुरा और नगालैंड (3-3) और मेघालय (1) का स्थान है।
असम में, दारंग जिले में एक एकीकृत एक्वा पार्क स्थापित किया जाएगा, जिसमें सालाना 150 टन मछली उत्पादन की क्षमता होगी और 2,000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। कामरूप जिले में एक बड़ा मछली चारा प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसकी क्षमता सालाना 20,000 टन उत्पादन करने की होगी, जबकि विभिन्न जिलों में हैचरी परियोजनाओं का लक्ष्य प्रति वर्ष पांच करोड़ स्पॉन का उत्पादन करना है, जिससे स्थानीय जलीय कृषि को काफी बढ़ावा मिलेगा।
मणिपुर में, थौबल और इंफाल जिलों में बर्फ प्लांट और कोल्ड स्टोरेज यूनिट स्थापित की जाएंगी, ताकि मछली उत्पादन को संरक्षित किया जा सके और कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। इसके अतिरिक्त, स्थानीय रूप से महत्वपूर्ण मछली प्रजातियों पर ध्यान केंद्रित करने वाली हैचरी जैव विविधता के संरक्षण और राज्य में मछली उत्पादन को बढ़ाने में योगदान देंगी।
मेघालय में परियोजनाएं पूर्वी खासी हिल्स जिले में मनोरंजक मत्स्य पालन को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेंगी। एक लोकप्रिय पर्यटन क्षेत्र में रणनीतिक रूप से स्थित इस पहल से आगंतुकों को आकर्षित करने, स्थानीय रोजगार पैदा करने और क्षेत्र के पर्यटन का आकर्षण बढ़ने की उम्मीद है।
नगालैंड में, तीन परियोजनाओं में मोकोकचुंग और किफिर जिलों में मीठे पानी की फिनफिश हैचरी का निर्माण शामिल होगा। ये हैचरी सामूहिक रूप से सालाना 2.1 करोड़ फ्राई का उत्पादन करेंगी, जिससे जलीय कृषि में मदद मिलेगी और आदिवासी समुदायों के लिए आर्थिक अवसर उपलब्ध होंगे। त्रिपुरा में परियोजनाओं में सजावटी मछली पालन इकाइयों और फिनफिश हैचरी की स्थापना शामिल होगी।
सिक्किम 24 परियोजनाओं को लागू करेगा, जिसमें टिकाऊ मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए रीसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम (आरएएस) की स्थापना, गंगटोक और अन्य शहरों में मछली कियोस्क का निर्माण और सजावटी मछली पालन इकाइयों का विकास शामिल है।
मंत्री ने पूर्वोत्तर राज्यों में PMMSY के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की। बैठक में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री एस पी बघेल और जॉर्ज कुरियन भी मौजूद थे।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। कृषि (Agriculture News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।
रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं। वह बिजनेस टीम में ...और देखें
Sugar MSP: महंगी होगी चीनी! सरकार जल्द न्यूनतम बिक्री मूल्य बढ़ाने पर लेगी फैसला
PM Kisan 19th Installment Date 2025: पीएम किसान योजना का लाभ पाने के लिए तुरंत करें ये तीन काम, वरना नहीं आएगी 19वीं किस्त
Tomato Price: टमाटर ने निकाला किसानों का दम ! 60 पैसे प्रति किलो पर मांग रहे कारोबारी, करें तो क्या करें
Cooking Oil Prices: विदेशी बाजारों में गिरावट का तेल-तिलहनों पर दिखा असर, बीते सप्ताह टूटे दाम
न उपजे तो परेशानी, अधिक उपजे तो मायूसी! सब्जी की फसल क्यों बर्बाद कर रहे झारखंड के किसान?
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited