नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश के आगरा जाने की इजाजत मिल गई है। उन्होंने कहा कि अब चार लोगों को आगरा जाने की इजाजत दी गई है। हम वहां परिवार से मिलने जा रहे हैं। इससे पहले उन्हें लखनऊ में रोका गया था और हिरासत में लिया गया। दरअसल, वो उस सफाई कर्मचारी के परिवार से मिलने के लिए जा रही थीं जिसकी आज पुलिस हिरासत में कथित तौर पर मौत हो गई। कांग्रेस ने दावा किया कि यूपी सरकार ने इस महीने की शुरुआत में प्रियंका गांधी को लखीमपुर कांड में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने से रोकने के लिए हिरासत में लिया था, अब उन्हें अरुण के परिवार से बात करने से रोकने की कोशिश कर रही है, जिस पर 25 लाख की चोरी का आरोप लगाया गया था।
यूपी पुलिस ने कहा है कि उनको इसलिए रोका गया क्योंकि उनके पास अपेक्षित अनुमति नहीं थी। प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके काफिले को लखनऊ में पुलिस ने आगरा जाते समय रोका। पुलिस ने कहा कि आपके पास अनुमति नहीं है, हम आपको अनुमति नहीं दे सकते। प्रियंका ने कहा कि वे कहते हैं कि मैं आगरा नहीं जा सकती। मैं जहां भी जाती हूं वे मुझे रोकते हैं। क्या मुझे रेस्टोरेंट में बैठे रहना चाहिए? सिर्फ इसलिए कि यह उनके लिए राजनीतिक रूप से सुविधाजनक है? मैं उनसे मिलना चाहती हूं, इसमें कौन सी बड़ी बात है? जब मैं पार्टी कार्यालय के अलावा किसी अन्य स्थान पर जाने की कोशिश करती हूं, तो वे (प्रशासन) मुझे रोकने की कोशिश करते हैं...इससे जनता को भी असुविधा हो रही है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई। उनका परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं। उप्र सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है। आज भगवान वाल्मीकि जयंती है, पीएम ने महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं।
17 अक्टूबर को एक गोदाम से 25 लाख रुपए की चोरी के मामले में कल पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए एक सफाई कर्मचारी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। एसएसपी आगरा मुनिराज जी ने बताया कि पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उसके घर से 15 लाख रुपए बरामद किए, इसी दौरान वह बीमार पड़ गया। पुलिस और उसके परिवार ने उसे अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टर ने उसे मृत लाया घोषित कर दिया। प्राथमिकी दर्ज की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एडीजी आगरा राजीव कृष्ण ने कहा कि हमारे अधिकारी उनके परिवार के संपर्क में हैं। वे सहयोग कर रहे हैं। किसी भी तरह की लापरवाही होने पर कार्रवाई की जाएगी। परिवार ने शिकायत दर्ज कराई है, उन्हें संदेह है कि उसे पुलिस ने पीटा था जिसके बाद उसकी मौत हो गई। प्राथमिकी दर्ज की गई है, मामले की जांच होगी।