- गिरोह के बदमाश पहले लोन दिलाने के लिए शिकार को कॉल करते थे
- सर्वे के बहाने लोन अधिकारी बन खाली चेक व दस्तावेज लेते थे
- बाद में पीड़ित शिकार का अकाउंट खाली कर देते थे
Agra Fraud Accused Arrested: ताज नगरी आगरा की पुलिस ने कारोबारियों को ऋण दिलाने के नाम पर जालसाजी करने वाली एक गैंग का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर के ठग गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के बदमाश व्यापारियों को शिकार बना ऋण दिलाने के बहाने से उनसे जरूरी दस्तावेज और बैंक के चेक ले लेते थे। इसके बाद ऋण स्वीकृत होते ही उनके बैंक अकाउंट खाली कर देते थे। सिटी एसपी विकास कुमार ने बताया कि आरोपियों से की गई पूछताछ में जानकारी मिली है कि ठगी का शिकार बनाने से पहले इनके गिरोह के लोग इंटरनेट पर मौजूद कई एप से लोगों के नंबर लेकर उन्हें बातों के जरिए झांसे में लेते थे।
जब लोन के लालच में शख्स फंस जाता था तो उसके घर पर सर्वे करने के बहाने गिरोह के लोग पहुंच जाते थे। इसके बाद उससे जरूरी दस्तावेज लेकर ठगी का खेल रचते थे। जालसाज ठगी के झांसे में आए शख्स से दस्तावेजों के साथ चेक लेते थे। ठग शिकार के सामने चेक को मैजिक पेन से कैंसिल कर देते थे इसके बाद पीड़ित से दूसरे पेन से हस्ताक्षर करवा लेते थे। यहीं से उनकी ठगी का खेल शुरू होता था।
गिरोह की लंबे समय से थी तलाश
एसपी विकास कुमार के मुताबिक गिरोह के लोगों ने मेरठ व अलीगढ़ में भी कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। पुलिस को इनकी लंबे समय से तलाश थी। एसपी के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ छत्ता इलाके के एक व्यापारी ने 6 लाख से अधिक की जालसाजी का मामला दर्ज करवाया था। दरअसल शूज डिब्बे बनाने वाली फर्म के मालिक ने आरोप लगाया था कि 21 जुलाई को उसे अनजान नबंरों से कॉल आई थी कि ऋण की जरूरत हो तो आपको बैंक से लोन दिलवा सकते हैं। कॉल करने वाले ने अपना नाम आशीष बताया था। लोन के लालच में कारोबारी जालसाजों के झांसे में आ गया। फिर 23 जुलाई को नीरज व प्रशांत नाम के दो युवक उसके घर पर आए। आरोपियों ने उससे जरूरी दस्तावेज व दस्तखत किए हुए 6 चेक ले लिए। इसके बाद कारोबारी के मोबाइल पर मेसेज आया कि आपके बैंक अकाउंट से संदीप शर्मा नाम के शख्स ने छह लाख 20 हजार रुपए चेक के जरिए निकालें हैं। इसके बाद 9 अगस्त को पीड़ित ने छत्ता थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया।
ऐसे आए पकड़ में बदमाश
एसपी के मुताबिक मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन फॉलो की। साइबर पुलिस टीम इनके मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लेकर लगातार पीछा करती रही। इसके बाद चार आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े। एसपी के मुताबिक पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों के पास से 6 लाख नकद सहित एक कार, 4 मोबाइल, कई बैंकों के चेक, आधार कार्ड, पैनकार्ड व कई अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। एसपी के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में मैजिक पेन का इस्तेमाल कर लोन दिलाने के नाम पर नई दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, गुरुग्राम, अलीगढ़ व आगरा में ठगी की वारदातें करना स्वीकार किया है।