- आगरा पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, आरोपी के मकान की कुर्की की कार्रवाई
- पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
- अवैध खनन के मामले में 23 साल पहले दर्ज हुआ था मुकदमा
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में थाना बसई अरेला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए एक मकान की कुर्की की कार्रवाई की है। बताया गया कि 23 साल पहले अवैध खनन के मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले में करीब 20 साल से एक आरोपी फरार चल रहा था, अब उसके मकान की पुलिस ने कुर्की की है। वहीं आरोपी की तलाश में पुलिस जुटी हुई है और कई जगह दबिश भी दी जा चुकी है।
बता दें कि अवैध खनन के मामले में 1999 में जगदीश निवासी पडुआपुरा, चोब सिंह निवासी कस्बा पिनाहट और वीरेंद्र सिंह निवासी देवगढ़ पिनाहट के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस मामले में दो आरोपियों को जेल भेज दिया गया था। इसके बाद ये दोनों जमानत पर छूटकर आ गए थे।
न्यायालय में हाजिर नहीं होने पर जारी हुए थे वारंट
थाना अध्यक्ष बसई अरेला विवेक पाल ने बताया कि जमानत पर छूटने के बाद आरोपी न्यायालय में हाजिर नहीं हुए। वहीं अदालत में हाजिर नहीं होने पर वांछित आरोपियों के खिलाफ न्यायालय स्पेशल सीजेएम की ओर से वारंट जारी कर पुलिस को गिरफ्तारी करने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद पुलिस ने मुकदमे में वांछित आरोपी जगदीश को पडुआपुरा और चोब सिंह को पिनाहट से दबोच लिया। हालांकि अभी देवगढ़ का रहने वाला वीरेंद्र सिंह फरार हैं। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
20 साल से फरार वीरेंद्र के मकान की कुर्की
अवैध खनन के मामले में 20 साल से फरार चल रहे वीरेंद्र सिंह के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने वीरेंद्र के मकान की कुर्की कर सामान को जब्त कर लिया है। इसके अलावा एक अन्य मुकदमे में वांछित छदामीपुरा के रहने वाले सुभाष की तलाश में दबिश दी। हालांकि वह पुलिस के हाथ नहीं आ सका। पुलिस ने उसके बारे में ग्रामीणों से पूछताछ की है। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि वह 25 साल पहले गांव से चला गया था, इसके बाद वह कभी नहीं आया। उन्होंने यह भी बताया कि उसकी गांव में कोई चल या अचल संपत्ति नहीं है। फिलहाल पुलिस उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।