- आगरा जल निगम की योजना, ऐसे रूकेगी पानी की बर्बादी
- मेन राइजिंग लाइनों पर लगाए जाएंगे आइसोलेशन वॉल्व
- जल निमग करा रहा पाइप लाइनों का सर्वे
Agra Jal Nigam: आगरा में अब पाइप लाइन फटने या लीकेज होने पर पूरा वाटर वर्क्स बंद नहीं करना होगा। जल निगम की योजना है कि मेन राइजिंग लाइनों पर आइसोलेशन वॉल्व लगाए जाएं। जीवनी मंडी वाटरवर्क्स के गेट पर पानी की 28 इंच पाइपलाइन फटी तो तीन दिन तक पाइप बदलने और मरम्मत काम चला। तब तक पूरा जीवनी मंडी वाटरवर्क्स बंद रहा। इससे जुड़े चार लाख लोगों को पानी के लिए पूरे तीन दिन तक परेशान होना पड़ा। लाइन ठीक हुई फिर लीक हो गई। फिर से दो दिन पानी संकट आधे शहर ने झेला।
यह एक उदाहरण भर है। शहर में सिकंदरा और जीवनीमंडी वाटरवर्क्स से निकली मेन राइजिंग लाइनों के लीक होने पर पूरा वाटरवर्क्स बंद करना पड़ता है। शहर में हर महीने 7 से आठ दिन वाटरवर्क्स को बंद करना पड़ता है।
प्रेशर बढ़ने पर फट जाती हैं पाइप लाइनें
ताजनगरी में 130 साल पुरानी पानी की पाइपलाइनें बिछी हैं जो प्रेशर बढ़ने पर फट जाती हैं। जल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर महेश कुमार गौतम ने बताया कि जिस तरह बजली फॉल्ट होने पर केवल उसी ट्रांसफार्मर क्षेत्र की बिजली नहीं आती, ठीक वैसे ही राइजिंग मेन लाइन पर वॉल्व लगाने से केवल उसी पाइप लाइन से पोषित क्षेत्रों की आपूर्ति बंद होगी। बाकी शहर में जलापूर्ति होती रहेगी।
पाइप लाइनों का हो रहा सर्वे
लोगों की हर दिन की पेयजल समस्या को देखते हुए यह योजना तैयार की जा रही है। इसके लिए पाइप लाइनों का कराया सर्वे कराया जा रहा है। आपको बता दें कि उमस भरी गर्मी में आगरा के अर्जुन नगर, कमला नगर और नरायच में गुरुवार को लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ा। अर्जुन नगर और कमला नगर में पाइपलाइन में लीकेज से संकट रहा। वहीं, नरायच में ट्यूबवेल खराब होने से समस्या हुई। इसके चलते कई हजार लोगों के सामने पानी का संकट रहा। अर्जुन नगर में बाल भारती स्कूल के पास छह इंच की पाइपलाइन लीकेज होने के कारण पानी नाले में बहकर बर्बाद होता रहा। पास की कॉलोनियों में लीकेज के कारण पानी नहीं पहुंचा, वहीं दो दिन लाइन में मरम्मत के कारण भी पानी चंद मिनटों तक ही आया था, ऐसे में लोगों के घरों की टंकियां भर नहीं पाई और उन्हें पानी के लिए पूरे दिन परेशान होना पड़ा।