- ताज महल की पच्चीकारी के दीवाने हुए बेहतरीन बल्लेबाज
- ताज की खुबसुरती देखने पहुंचे ब्रायन लारा
- पौने दो घंटे तक ताज महल पर रहे ब्रायन लारा
Agra Taj Mahal: अपनी बल्लेबाजी के बदौलत दुनिया भर के तमाम लोगों को दीवाना बनाने वाले वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा सोमवार को दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल के दीवाने बने नजर आए। लारा सुबह ताजमहल पहुंचे और करीब पौने दो घंटे तक स्मारक को जी भर कर देखा । ताज महल के इतिहास में दिलचस्पी लेने के साथ ही उन्होंने पच्चीकारी में काफी रुचि दिखाई।
ब्रायन लारा येलो टीशर्ट व ब्लैक ट्राउजर के साथ ब्लैक कैप पहने सुबह करीब 6:45 बजे ताजमहल पहुंचे। उन्होंने चेहरे पर मास्क लगा रखा था। सुबह जब वह पहुंचे तो स्मारक में अधिक पर्यटक नहीं थे। उन्होंने आम पर्यटकों की तरह स्मारक में चहलकदमी की। सुरक्षाकर्मियों व पर्यटकों के आग्रह करने पर उन्होंने फोटो भी खिंचाए। स्मारक में वह 8:30 बजे तक रहे। इस दौरान ब्रायन लारा ताजमहल की सुंदरता के मुरीद दिखे।
ताज के इतिहास में ब्रायन लारा ने दिखाई दिलचस्पी
ब्रायन लारा स्मारक में हुए पच्चीकारी के काम और इतिहास को जानने में काफी दिलचस्पी दिखाई। गाइड रिजवान ने उन्हें बताया कि शहंशाह ने ताजमहल का निर्माण अपनी बेगम मुमताज महल की स्मृति में कराया था। यह मोहब्बत की निशानी है। इससे वह बहुत प्रभावित हुए और उन्हें यह जानकर अच्छा लगा कि मोहब्बत के लिए किसी ने इतना सुंदर स्मारक बनाया।
पहले भी कर चुके हैं ताज का दीदार
ब्रायन लारा ने बताया कि वर्ष 1984 में वह ताजमहल देखने आए थे। उस समय वह बहुत छोटे थे। ताज महल की तारीफ करते हुए कहा कि इस बार ताजमहल काफी अच्छा लग रहा है। यह एक अजूबा है। रख-रखाव पहले से भी बेहतर हो गया है।
रविवार की शाम ताज महल बंद होने पर एक दिन शहर में किया प्रवास
ब्रायन लारा रविवार शाम ही आगरा आ गए थे। उनके शहर में आने से पूर्व ताजमहल बंद हो गया था। लारा यहां से वापस जाने की सोच रहे थे, लेकिन ताजमहल के दीदार की ख्वाहिश ने उन्हें रुकने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि ताजमहल बंद होने के बाद वह वापस जाने की सोच रहे थे लेकिन रात में रुकना अच्छा रहा।