- सुस्त अर्थव्यवस्था के बीच अशोक लीलैंड ने ट्रक लॉन्च किया
- ग्राहक अपनी जरूरत के हिसाब से ट्रक में बदलाव करा सकते हैं
- कंपनी ने कहा कि एवीटीआर ग्राहकों को अलग अनुभव देगा
नई दिल्ली : हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लीलैंड ने गुरुवार को भारत चरण-6 (बीएस-6) मानकों वाले मझोले और भारी ट्रक लॉन्च किए है। ये ट्रक अत्याधुनिक ‘मोड्यूलर प्लेटफॉर्म’ पर आधारित हैं। कंपनी का नया मोड्यूलर ट्रक एवीटीआर ब्रांड नाम से आया है। यह अपनी तरह का देश में पहला वाणिज्यिक वाहन है जो ग्राहकों को लदान, ‘केबिन ससपेन्सन’, ‘ड्राइवइवट्रेन’ आदि के बारे में कई विकल्प उपलब्ध कराता है। ग्राहक 18.5 से 55 टन की श्रेणी में ट्रकों, टिपर और ट्रैक्टरों को अपनी जरूरत के हिसाब से उसमें बदलाव करा सकते हैं।
ग्राहकों को अलग अनुभव देगा एवीटीआर
अशोक लीलैंड के चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा कि एवीटीआर हमारे ग्राहकों को अलग अनुभव देगा और वे मोड्यूलर प्लेटफॉर्म का लाभ उठा पाएंगे। इस मोड्यूलर प्लेटफॉर्म से हम वाणिज्यिक वाहनों के मामले में वैश्विक मानचित्र पर आ गए हैं। उन्होंने वीडियो कॉल में कहा कि कंपनी ने नया प्लेटफॉर्म 500 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित किया है। इससे कंपनी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपना विस्तार कर सकेगी।
मोड्यूलर प्लेटफॉर्म ग्लोबल स्तर पर देगा लाभ
अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक और सीईओ विपिन सोंधी ने कहा कि यह मोड्यूलर प्लेटफॉर्म हमें न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर लाभ देगा। इस प्लेटफार्म पर तैयार वाहन में दाहिने तरफ और बायीं तरफ दोनों ओर से चलाने की सुविधा प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कंपनी इन ट्रकों का अफ्रीकी और पश्चिम एशियाई देशों में निर्यात बढ़ाने पर गौर करेगी। साथ ही इसके जरिये स्वतंत्र देशों के राष्ट्रकुल (सीआईएस) में अपना पांव जमाने का प्रयास करेगी।
देशभर के अपने विभिन्न कारखानों में विनिर्माण करेगी कंपनी
कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी अनुज कथुरिया ने कहा कि कंपनी एवीटीआर देश भर के अपने विभिन्न कारखानों में विनिर्माण करेगी। इसके लिए उसने जरूरी बदलाव किए हैं। कंपनी बिक्री और सेवा नेटवर्क बढ़ाने पर भी ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में ऐसे केंद्रों की संख्या 450 थी जो अब 3,000 हो गयी है। हमने हर 50 किलोमीटर पर ऐसा केंद्र बनाने की योजना बनाई है।
अशोक लीलैंड दुनिया में ट्रक बनाने वाली शीर्ष 10 कंपनियों और बस बनाने वाली 5 प्रमुख कंपनियों में शामिल है। कंपनी के संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, श्रीलंका, ब्रिटेन, केन्या समेत फिलहाल नौ देशों में विनिर्माण केंद्र हैं।