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हवा से बात करती है ये कार, महज 2 घंटे में कर सकते हैं दिल्ली से पटना का सफर

Updated Oct 22, 2020 | 11:19 IST

Fastest car in the world 2020: अमेरिकी ऑटोमेकर्स ने एक ऐसी कार बनाई है, जिसने स्‍पीड के मामले में नया रिकॉर्ड बनाया है। इसकी गिनती अब दुनिया के सबसे तेज रफ्तार कार के तौर पर हीती है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
हवा से बात करती है ये कार, महज 2 घंटे में कर सकते हैं दिल्ली से पटना का सफर
मुख्य बातें
  • अमेरिकी वाहन निर्माताओं ने सबसे तेज रफ्तार नई कार बनाई है
  • इसकी अधिकतक स्पीड 532.93 किमी प्रति घंटा हो सकती है
  • वीडियो में इस हाइस्‍पीड कार के कारनामे को देखा जा सकता है

वाशिंगटन : अमेरिकी वाहन निर्माताओं ने एक ऐसी कार बनाई है, जो सड़क पर हवा से बात करती है। यूं तो दुनियाभर में पहले से ही तेज रफ्तार कई कार हैं, पर अब जो कार सामने आई है, उसने स्‍पीड के मामले में पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अपनी अधिकतम स्‍पीड में यह कार एक घंटे में 532.93 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है और इस हिसाब से देखा जाए तो दो घंटे में दिल्‍ली से पटना का सफर किया जा सकता है।

इसे दुनिया में अब तक की सबसे तेज रफ्तार कार कहा जा रहा है। इसे Tuatara नाम दिया गया है। इसका निर्माण SSC नॉर्थ अमेरिका कंपनी ने किया है। यह अमेरिका की पहली हाइपर कार कंपनी है, जिसका दावा है कि उसने दुनिया की 'Fastest Production Vehicle' का खिताब अपने नाम कर लिया है। Tuatara की औसत स्‍पीड जहां 508.73 किलोमीटर (316.11 मील) प्रति घंटा बताई गई है, वहीं इसकी अधिकतम स्‍पीड 532.93 (331.15 मील) किलोमीटर प्रति घंटा बताई गई है। इसके साथ ही इससे दुनिया की सबसे तेज रफ्तार कार का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

ऐसे हुई स्‍पीड मॉनिटरिंग

स्‍पीड के मामले में Tuatara ने Bugatti का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जिसकी अधिकतम रफ्तार 490.47 किलोमीटर प्रति घंटा है। Bugatti ने कुछ साल पहले ही यह उपलब्धि हासिल की थी। SSC नॉर्थ अमेरिका ने कुछ समय पहले इसका वीडियो भी जारी था, जिसमें कार को हवा से बातें करते देखा जा सकता है।

इस रेसिंग कार को ओलिवर वेब ने 10 अक्‍टूबर को अमेरिका के लास वेगास की सड़कों पर दौड़ाया था। पहली बार इसकी रफ्तार जहां 484.53 किलोमीटर प्रति घंटा रही, वहीं दूसरी बार विपरीत दिशा में चलाते हुए यह 532.93 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ी। कार की स्‍पीड मॉनिटरिंग के लिए 15 GPS सैटेलाइट लगाए गए थे और गिनीज वर्ल्‍ड रिकॉर्ड की ओर से अधिकृत दो प्रत्‍यक्षदर्शी भी इसके गवाह बने।