- आदिवासी परिवार की 3 सगी बहनें फांसी पर झूली
- पुलिस को मौके पर नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
- पुलिस प्रथम जांच में सामूहिक सुसाइड मान रही
Khandwa mass suicide Case: मध्य प्रदेश के खंडवा जनपद में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां पर आदिवासी परिवार की तीन सगी बहनों ने एक ही रस्सी से पेड़ पर फांसी के फंदे पर झूल कर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। एसपी विवेक सिंह ने बताया कि घटना जावर थाना इलाके के गांव भामगढ़ के कोटापेट फाल्या की है। घटना मंगलवार देर रात्रि की है। बुधवार को तड़के करीब 3 बजे मौके पर गई पुलिस ने पेड़ पर रस्सी से झूल रहे तीनों के शव नीचे उतारे। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला।
पुलिस ने तीनों के शव पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भिजवा दिए। एसपी के मुताबिक परिजन हादसे को लेकर कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं। घटना की वजह से सभी सकते में हैं। परिवार का माहौल गमगीन है। उन्होंने बताया कि सोनू, सावित्री व ललिता ने एक ही रस्सी पेड़ से बांधकर सामूहिक आत्महत्या कर ली। उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं है। वहीं परिवार के 8 लोगों में 5 बहनें व 3 भाई हैं।
अरे अभी तो फोन पर बात हुई थी
एसपी विवेक सिंह ने बताया कि घटना के बाद बड़ी बहन चंपक का रो-रो कर बुरा हाल था। उसने बताया कि घटना से कुछ समय पहले तीनों से फोन पर बात हुई थी। फोन पर मुझे गांव बुला रही थीं। मैंने कहा कि अमावस पर गांव आउंगी तो सोनू ने कहा कि उसका हॉस्टल खुल जाएगा तो वो खंडवा चली जाएगी। इसलिए आप अभी आ जाओ। चंपक ने पुलिस को बताया कि यकीन ही नहीं हो रहा कि तीनों इस तरह धोखा दे कर चली जाएंगी। एसपी ने बताया कि मृतका सोनू (23) खंडवा में कॉलेज में पढ़ रही थी। वहीं सावित्री (21) के अभी तीन महिने पहले ही हाथ पीले किए थे, जो कि चंद रोज पहले मायके आई थी। 19 साल की मृतका ललिता ने पढ़ाई छोड़ थी व कमाने के लिए काम पर जाती थी। एसपी के मुताबिक सामूहिक आत्महत्या को लेकर जांच की जा रही है। फिलहाल घटना को लेकर कोई खास इनपुट नहीं मिले हैं। परिवार के लोगों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि आरंभिक जांच में आत्महत्या की बात उभर कर सामने आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सारा सच सामने आएगा।