- मछली पकड़ने के विवाद में हुई फायरिंग में हुआ था घायल
- मुख्तार पर मध्य प्रदेश व यूपी में दर्ज है कई मुकदमें
- इस गैंगवार में मुख्तार के एक गुर्गे की भी हुई है मौत
Bhopal Gangster Mukhtar Death: राजस्थान के झालावाड़ में दो दिन पूर्व गैंगवार की घटना सामने आई थी। इस गैंगवार में भोपाल का फरार गैंगस्टर मुख्तार मलिक घायल हो गया था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मुख्तार को अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसने दम तोड़ दिया। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के गोहरगंज निवासी मुख्तार मलिक पर रायसेन तथा भोपाल समेत मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश की कई जगहों पर उसके खिलाफ 58 से अधिक मामले दर्ज थे।
झालावाड़ के डीएसपी से मिली जानकारी के अनुसार नदी से लगभग 1 किमी दूर स्थित जंगल में मुख्तार मलिक घायल अवस्था में पाया गया था। राजस्थान के बंटी गैंग और मुख्तार के गैंग से गैंगवार हुई थी। इस गैंगवार का कारण दोनों गैंग के बीच भीमसागर बांध के कैचमेंट क्षेत्र में मछली पकड़ने को लेकर विवाद होना बताया जा रहा था। जिसमें दोनों गैंग के मध्य गोलीबारी हुई। इस घटना में मुख्तार और उसका दाहिना हाथ विक्की वाहिद घायल था। वहीं, मुख्तार गैंग के एक गुर्गे की मृत्यु भी हो गई।
मछली पकड़ने से शुरू हुए विवाद में हुई थी फायरिंग
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, भीमसागर बांध के नदी क्षेत्र में मछलियां पकड़ने का ठेका मुख्तार मलिक के जिम्मे है। मुख्तार मलिक अपने 11 मजदूरों के साथ कांस खेड़ली के समीप कम गहरे पानी में नाव पर सवार हो कर पेट्रोलिंग कर रहा था। इसी बीच गांव के ही कुछ मछुआरों से उसका विवाद हो गया और देखते ही देखते दोनों तरफ से फायरिंग होने लगी। इसमें मुख्तार के एक साथी की गोली लगने के कारण मौत हो गई तथा मुख्तार व उसके एक गुर्गे को भी गोली लगी।
मुख्तार मलिक का ये रहा है अपराधिक इतिहास
दरअसल, मुख्तार मलिक सुर्खियों में तब आया जब, उसने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट भोपाल में मुख्तार मलिक के खिलाफ गवाही देने आए व्यक्ति पर जज के सामने गोली चला दी थी। इसके बाद बीते मई माह से पूर्व किडनैपिंग के एक मामले में एक आईपीएस द्वारा चिकलोद के जंगलों में भी पुलिस से मुठभेड़ हुई थी। इसमें मुख्तार बाल-बाल बच गया था। वहीं, पुलिस एनकाउंटर में मुख्तार के दो शूटर मार दिए गए थे। इसके अलावा एक दूसरे मामले में मुख्तार को जबलपुर हाईकोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई गई थी, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इसकी सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों से मुख्तार जमानत पर था और राजस्थान के झालावाड़ में भीमसागर डेम में मछली की ठेकेदारी कर रहा था। वहां मौजूदा और पूर्वर्ती मछली ठेकेदारों के बीच गैंगवार की बातें सामने आ रही थीं। इसी गैंगवार में मुख्तार की मौत हो गई।