- यूपी के बरेली से पकड़ा गया आरोपी छात्र
- इंटरनेशनल जालसाजों से जुड़ा है कनेक्शन
- कमीशन पर काम करता था छात्र, एक बैंक खाता चाइना से हो रहा है एक्सेस
Bhopal Cyber Crime: भोपाल की साइबर क्राइम पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इंटरनेशनल जालसाजों से कमीशन लेकर अपना बैंक खाता मुहैया कराने वाले बैचलर ऑफ सोशल वर्क (बीएसडब्ल्यू) के छात्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। भोपाल की साइबर क्राइम पुलिस ने उसे यूपी के बरेली जिले से पकड़ा है। पकड़ा गया आरोपी छात्र अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रहकर पढ़ाई करता था। पुलिस आरोपी से गहनता से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है।
बता दें कि आरोपी ने तीन बैंक खाते इंटरनेशनल जालसाजों को दिए हैं। इनमें से एक खाते को चाइना से भी एक्सेस किया जा रहा है। बता दें कि ऑनलाइन खोले गए बैंक खाते देने के बाद छात्र अपने मोबाइल नंबर की जगह जालसाजों के नंबर जोड़ देने के काम करता था। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें भी खाते का ऑनलाइन एक्सेस मिल जाए और वे जालसाजी में इस यूपीआई का भी इस्तेमाल कर सकें।
ऐसे आरोपी तक पहुंची पुलिस
बता दें कि डीसीपी क्राइम अमित कुमार ने बताया है कि बीते 22 जून को एक युवती ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। बताया कि 16 जून को एक एजुकेशन एकेडमी की आईडी से उसको एक मैसेज मिला था। इसमें घर बैठे नौकरी के लिए व्हाट्सएप पर लिंक भेजा गया था। भेजे गए लिंक पर क्लिक करते ही युवती को एक टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़कर एक और लिंक भेजा गया। इसमें रजिस्टर करने के बाद टास्क पूरा करने के नाम पर यूपीआई के जरिए 108500 रुपए जमा करवा लिए। ये रकम जमा होते ही ठगों ने युवती के वॉलेट को ब्लॉक कर दिया। तकनीकी जांच करने के बाद पुलिस ने अज्ञात ठग पर मामला दर्ज किया। इसी के लिंक तलाशते हुए एसआई भरत प्रजापति की टीम उत्तर प्रदेश के बरेली जिले पहुंच गई। पुलिस ने यहां से मोहम्मद फराज नाम के युवक को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन, सिमकार्ड और एटीएम कार्ड बरामद किया गया।
कमीशन के लिए करता था आरोपी फ्राॅड
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी फराज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रहकर बीएसडब्ल्यू की पढ़ाई करता है। आरोप है कि वह इंटरनेशनल जालसाजों को टेलीग्राम पर तलाश कर उन्हें बैंक खाते मुहैया करवाने का काम करता है। अब तक वह जालसाजों को तीन बैंक खाते कमीशन के लिए दे चुका है। हर खाते के एवज में उसे कमीशन के तौर पर 20-25 हजार रुपए मिलते थे। ऑनलाइन खोले गए बैंक खातों में वह अपने ही दस्तावेजों दिया करता था। बाद में उन खातों में जालसाजों का मोबाइल नंबर जोड़ दिया करता था। पुलिस ने बताया है कि छात्र द्वारा कमीशन पर दिए गए एक बैंक खाते में चाइना से भी एक्सेस होने की जानकारी मिल रही है। बता दें कि जालसाजों के पास ये खाता पहुंचने के बाद इसमें बड़े ट्रांजेक्शन भी किए गए हैं। बहरहाल पुलिस ये पता लगा रही है कि ये बड़ी रकम कहां और किसने ट्रांसफर की है।