भोपाल : मध्य प्रदेश में खाद बीज के मिलावटखोरों और मुनाफाखोरों के खिलाफ कार्रवाई का दौर जारी है। राज्य में अब तक 121 जमाखोरों और मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। वहीं, 22 विक्रेताओं के खिलाफ थानों में प्राथमिकी भी दर्ज कराई कई है।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने गुरुवार को बताया कि किसानों से धोखाधड़ी करने वालों को किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जाएगा। खाद-बीच में मिलावटखोरो और मुनाफोखोरों के खिलाफ मैदानी अमले को सक्रिय किया गया है और कार्रवाई का दौर जारी है।
कृषि मंत्री कमल पटेल के निर्देश है कि गड़बड़ी पकड़ में आने पर कोई रियायत नहीं बरती जाए। प्रदेश में अब तक 71 विक्रेताओं के लायसेंस निलंबित किए जा चुके हैं जबकि 50 लायसेंस निरस्त हो चुके हैं।
खाद, बीज के अवैध भंडारण, परिवहन और मिलावट को लेकर 22 एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। एक मामले में एफआईआर दर्ज करने से पूर्व विवेचना की जा रही है। सख्त कार्रवाई से मुनाफाखोरों में हड़कंप है वहीं किसानों को राहत मिली है।
ज्ञात हो कि प्रदेश में खरीफ फसलों के सीजन में उर्वरक की बढ़ती मांग के बीच नकली खाद और बीज बेचने वालों की सिंक्रयता बढ़ी हुई है, इससे किसानों को बचाने के लिए कृषि विभाग के पूरे अमले को मैदान में उतार दिया गया है। खाद के अवैध भंडारण, परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है।
कृषि मंत्री कमल पटेल के मुताबिक राज्य सरकार की पहल पर केन्द्र से राज्य को एक लाख मीट्रिक टन से अधिक यूरिया उपलब्ध कराया जा चुका है। खाद समय पर और वाजिब कीमत पर किसानों को मिलती रहे इसके लिए कृषि विभाग का अमला स्टॉक लिमिट, निर्धारित दर से ज्यादा बेचने, मिलावटखोरों सहित अवैध रूप से खाद का विक्रय करने वालो के खिलाफ अभियान चलाए हुए है।