- ड्रग माफिया गैंग के 7 लोग क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े
- पूछताछ में आरोपियों ने कई हैरान करने वाले राज उगले
- 36 लाख की 720 ग्राम सिंथेटिक ड्रेग सहित हथियार बरामद हुए
Bhopal: मध्य प्रदेश में ड्रग्स तस्करों से पुलिस को हैरान करने वाली जानकारी मिली है। दो दिन पहले प्रदेश के ग्वालियर में एक महिला सहित 7 बदमाश क्राइम ब्रांच टीम के हत्थे चढ़े थे। पुलिस ने इस मामले को लेकर कई खुलासे किए हैं। क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडौतिया के मुताबिक इन ड्रग माफियाओं के निशाने पर प्रदेश के इंदौर व भोपाल जैसे बड़े शहर थे। इन 7 लोगों की गरफ्तारी के बाद क्राइम ब्रांच ने ग्वालियर पुलिस के साथ मिलकर 36 लाख कीमत की 720 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स सहित दो देशी पिस्टल (देशी कट्टा) जिंदा कारतूस व बाइक बरामद की ।
पुलिस के मुताबिक आरंभिक तौर पर जानकारी सामने आई है कि, गैंग को यूपी के झांसी से सरगना मनीष अपनी प्रेमिका सोनम के साथ मिलकर संचालित कर रहा था। गिरोह के लीडर की प्रेमिका ड्रग्स को सप्लाई करती थी। पुलिस के मुताबिक यह सिंथेटिक नशा मुंबई व गोवा जैसे शहरों की रेव पार्टियों में इस्तेमाल होता है। अब इसके ड्रग माफिया एमपी के बड़े शहरों में फैला रहे हैं।
ऐसे बिछाया क्राइम ब्रांच ने जाल
क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडौतिया ने खुलासा करते हुए बताया कि, नशे के सौदागरों के बारे में जानकारी मिलने के बाद इनसे ग्राहक बनकर कॉन्टैक्ट किया गया। इसके लिए बाकायदा वीडियो कॉल के जरिए सौदा तय किया गया। सूटकेस में भरकर नोट दिखाकर इनका भरोसा पक्का किया गया। इसके बाद इन्हें जाल बिछाकर दबोचा गया। जिसमें गिरोह के सरगना मनीष की प्रेमिका सोनम, सुरेन्द्र दांगी, मोहित, ह्रदेश व मुकेश दांगी ये सभी आरोपी दतिया के रहने वाले हैं। वहीं अन्य अरोपियों में ग्वालियर का शातिर अपराधी ओमप्रकाश बाथम व सुनील परिहार निवासी भिंड शामिल हैं। हालांकि गिरोह का सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।
यूथ को नशे का आदी बना कर पैडलर बनाना था मिशन
क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडौतिया के मुताबिक आरोपियों से पूछताछ में जानकारी सामने आई है कि गिरोह का मकसद एमपी के बड़े शहरों में अपने नेटवर्क को बढ़ाने का था। गैंग के तार गोवा सहित यूपी के झांसी व जालौन से जुड़े हैं। गिरोह वर्तमान में नशे का कारोबार ग्वालियर में कर रहा था। जिसमें बड़े होटलों, पबों, बार व हाई प्रोफाइल पार्टियों में ये सिंथेटिक नशा सप्लाई कर रहे थे। क्राइम ब्रांच के मुताबिक गैंग का खास मकसद यूथ जेनरेशन को ड्रग की लत लगाकर उनके जरिए एमपी के इंदौर व भोपाल जैसे बड़े शहरों में इसकी सप्लाई करना था। जिससे इनका कारोबार तेजी से फैल सके। बहरहाल क्राइम ब्रांच की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी हैं। वहीं पूरी तरह से नशे के कारोबार की जानकारी गैंग लीडर मनीष व एक नाइजीरियन शख्स की गिरफ्तारी के बाद ही मिल सकेगी।