भोपाल : मध्यप्रदेश में शनिवार से शुरू हो रहे कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान के तहत पहला टीका एक अस्पताल में तैनात एक सुरक्षा गार्ड को यहां जेपी अस्पताल में लगाया जाएगा, जबकि इंदौर जिले में पहला टीका एक महिला स्वास्थ्य कर्मी को लगाया जाएगा। मध्यप्रदेश के अपर संचालक, टीकाकरण, संतोष शुक्ला ने शुक्रवार को बताया, '16 जनवरी को मध्यप्रदेश में कोविड-19 का पहला टीका भोपाल स्थित जेपी अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के एक कर्मी को लगेगा।' हालांकि, उन्होंने उस कर्मचारी का नाम बताने से इनकार कर दिया।
इस बीच, भोपाल स्थित जेपी अस्पताल के सुरक्षा गार्ड हरिदेव यादव ने यहां मीडिया से कहा, 'मुझे शनिवार को सबसे पहले कोराना वायरस का टीका जेपी अस्पताल में लगेगा। मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि मैं मध्यप्रदेश में यह टीका लगवाने वाला पहला व्यक्ति होने जा रहा हूं।' उन्होंने कहा, 'मैंने खुद ही कहा कि सबसे पहले मुझे यह टीका लगाओ। जब मैंने अपनी पत्नी को यह बताया तो उसे थोड़ा सा संकोच हुआ, लेकिन बाद में वह मान गई।' यादव ने कहा, 'मैं जेपी अस्पताल में सुरक्षा गार्ड हूं और जब से कोरोना वायरस महामारी फैली है, तब से मैंने एक दिन की भी छुट्टी नहीं ली है।'
इंदौर में आया को लगेगा पहला टीका
वहीं, मध्यप्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में इस महामारी से बचाव का पहला टीका लगवाने जा रहीं स्वास्थ्य कर्मी आशा पवार ने कहा कि वह और उनका परिवार इस टीकाकरण को लेकर एकदम निश्चिंत हैं। पवार (55) जिला चिकित्सालय में आया के रूप में पदस्थ हैं। उन्होंने कहा, 'जब मुझसे पूछा गया कि क्या मैं कोविड-19 का टीका लगवाना चाहती हूं, तो मैं इसके लिए तुरंत तैयार हो गई। इस टीके को लेकर मैं और मेरा परिवार एकदम निश्चिंत है।' ग्वालियर एवं उज्जैन से मिली रिपोर्ट के अनुसार वहां पर पहला टीका एक सफाई कर्मी को लगेगा।
ग्वालियर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मनीष शर्मा ने बताया कि शनिवार को सबसे पहले 10 सफाई कर्मियों को बुलाया गया है और उनमें से जो सबसे पहले आयेगा, उसे ही पहला टीका लगेगा। इसी बीच, उज्जैन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महावीर खंडेलवाल ने बताया, 'हमारे केन्द्र पर पहला टीका किसी सफाई कर्मी को लगेगा। पहला टीका लगाने के लिए हमने कोई नाम तय नहीं किया है।'
मध्य प्रदेश में 4.17 लाख स्वास्थ्यकर्मियों का होगा टीकाकरण
मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी एवं प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने शुक्रवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया, 'शनिवार सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन के बाद मध्यप्रदेश में 150 केन्द्रों पर टीकाकरण अभियान की शुरूआत होगी।' चौधरी ने कहा कि टीका लगाने के संबंध में सभी चिह्नित लोगों के पास शाम तक इस बारे में संदेश पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा, 'मध्यप्रदेश में प्रथम चरण में लगभग 4.17 लाख स्वास्थ्य कर्मियों का चरणबद्ध तरीके से टीकाकरण किया जाएगा। चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के सभी 4.17 लाख स्वास्थ्य कर्मियों का समयबद्ध टीकाकरण सुनिश्चित किया जायेगा।'
चौधरी ने कहा, 'प्रदेश को प्रथम चरण में कोविशील्ड टीके की 5,06,500 खुराक प्राप्त हो चुकी है। ये सभी जिलों को आवश्यकतानुसार आवंटित की गई है। यह टीका राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य कर्मियों, निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मियों एवं सशस्त्र बलों के स्वास्थ्य कर्मियों के लिये उपलब्ध कराई जा रही है।' उन्होंने कहा कि कोविशील्ड और कोवैक्सिन दोनों टीके पूरी तरह से सुरक्षित हैं। टीकाकरण के बाद टीका लगे व्यक्ति को आधा घण्टा केन्द्रों पर रुकना होगा। एक स्थान पर 100 लोगों को टीका लगाया जाएगा। मध्यप्रदेश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 2,50,429 मामले सामने आये हैं और इनमें से 3,740 मरीजों की मौत हो चुकी है।