- मध्य प्रदेश में कांग्रेस को लगा एक और झटका, पार्टी विधायक ने दिया इस्तीफा
- विधायक राहुल लोधी ने इस्तीफा देकर थामा बीजेपी का दामन
- मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होना है तीन नवंबर को उपचुनाव
भोपाल: मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा उपचुनाव से पहले दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल लोधी ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद राहुल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया है। राहुल ने अपना इस्तीफा प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को सौंपा है। इससे पहले उनके भाई प्रद्युम्न सिंह लोधी ने भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली थी। प्रद्युम्न सिंह फिलहाल उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर बड़ामलहरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
ग्वालियर-चंबल इलाके में सबसे अधिक सीटें
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत तीन नवंबर को मतदान होना है। इसके बाद 10 नवंबर को मतों की गणना होनी है। 28 सीटों में से ग्वालियर-चंबल इलाके में 16 सीटों पर उपचुनाव होना हैं और इस क्षेत्र में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का काफी प्रभाव माना जाता है। इन सीटों पर गुर्जर समुदाय का भी प्रभाव है और पायलट इसी समुदाय से आते हैं।
मार्च में गिर गई थी कमलनाथ सरकार
इससे पहले, वरिष्ठ राजनेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की सरपरस्ती में सिलावट एवं राजपूत समेत कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार का 20 मार्च को पतन हो गया था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौटी थी। सूबे में सात महीने पहले सत्ता परिवर्तन के बाद 21 अप्रैल को चौहान के पांच सदस्यीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था और कोविड-19 के चलते तब से लेकर अब तक उपचुनाव नहीं हो पाने के कारण जो विधायक नहीं बन पाए थे उन्हें बाद में मंत्री पद छोड़ना पड़ा।