- सिमरोल में अतिक्रमण हटाने के मामले को लेकर जबरदस्त हंगामा हो गया
- एक जने ने पुलिस की मौजूदगी में खुद पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा ली
- 5 जनों के खिलाफ राजकार्य में बाधा सहित अन्य आरोपों में मामला दर्ज
MP Suicide Attempt: मध्यप्रदेश के इंदौर के निकट सिमरोल में एनएच निर्माण के लिए अतिक्रमण हटाने के मामले को लेकर जबरदस्त हंगामा हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि एक जने ने पुलिस की मौजूदगी में खुद पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा ली। उसे बचाने के फेर में दो अन्य लोग भी झुलस गए। सभी घायलों को इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
बता दें कि गांव के तीन लोगों के झुलसने के बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिस को भी नहीं छोड़ा। पुलिस कर्मियों से मारपीट कर वाहनों के शीशे तोड़ डाले। पुलिस के मुताबिक घटना को लेकर 5 जनों के खिलाफ राजकार्य में बाधा सहित अन्य आरोपों को लेकर मामला दर्ज किया गया है।
ऐसे चला घटना क्रम
पुलिस के मुताबिक सिमरोल से होकर हाइवे का निर्माण किया जाना है। इसे लेकर सड़क किनारे से अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं। गांव में भंवर सिंह नाम के शख्स की सड़क किनारे चाय की थड़ी है। इसे हटाने के चलते मामला बिगड़ा। डंपर पत्थर गिट्टी खाली करने लगा तो गांव के कई लोग डंपर चालक से विवाद करने लगे। इसके बाद पुलिस मौके पर आई तो लोग उससे भी उलझ गए। पुलिसकर्मियों से मारपीट की, पुलिस के वाहन के कांच तोड़ दिए। इस बीच भंवरसिंह ने खुद पर पेट्रोल छिड़कर कर आग लगा ली। उसे बचाने के चक्कर में उसका दामाद व भतीजा भी झुलस गए। इधर, परिवार के लोगों का कथित तौर पर आरोप है कि पुलिस ने अराजक तत्वों के साथ मिलकर मारपीट की। भीड़ में से एक युवक ने भंवरसिंह पर पेट्रोल डाल आग लगा दी। इधर, पुलिस निरीक्षक आरएन भदौरिया ने परिवार के आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
पांच के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस महकमे के आला अधिकारियों के मुताबिक थाने में एसआई बिहारी सांवले की रिपोर्ट पर भंवरसिंह चौहान, पुष्पेन्द्र, शेखर, अंतरसिंह व अमृता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एसआई ने दर्ज मामले में आरोप लगाया है कि डंपर चालक महुआ रोड पर गिट्टी खाली करने गया था, जहां पर आरोपियों ने चालक से मारपीट की। गौरतलब है कि सिमरोल के पास से एनएच के लिए सड़क बननी प्रस्तावित है। हालांकि विवाद के शांत होने के बाद में पुलिस की मौजूदगी में जिम्मेदार महकमे की ओर से अतिक्रमण हटाया गया। अधिकारियों के मुताबिक प्रशासनिक आदेश के आधार पर और अतिक्रमण हटाए जाएंगे।