- जिनके खिलाफ कोई अपराध रजिस्टर नहीं है, उनके घर वालों तक जाएगी पुलिस
- युवाओं को बदमाशों के बहकावे में आकर अपराध की दुनिया में आने से रोका जाएगा
- सभी 38 थाना प्रभारियों को ऐसे युवाओं के नाम चिह्नित करने की मिली जिम्मेदारी
Bhopal Police News: अपराधियों, कुख्यातों और अराजक तत्वों पर नजर रखने वाली पुलिस अब शरीफ युवाओं पर भी नजर रख रही है। इतना ही नहीं यह युवा आजकल किन लोगों के साथ कहां घूम रहे हैं और कितने करीब हैं, उसकी जानकारी युवकों के परिवार वालों को भी देंगे। जितने भी ऐसे युवा हैं, जिनके खिलाफ अब तक किसी थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है, लेकिन अपने इलाके के बदमाशों के बहकावे में आकर यह अपराध की दुनिया में कदम ना रख दें, इसलिए इनके घर वालों को पुलिस आगाह करेगी।
कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत संबंधित बीट प्रभारी लिस्टेड युवाओं के घर जाएगी। इन युवाओं की गतिविधियों की जानकारी परिवार के सदस्यों को देगी। इस बारे में एडिशनल सीपी सचिन अतुलकर का कहना है कि सभी 38 थाना प्रभारियों को ऐसे युवाओं के नाम चिह्नित करने के लिए कहा गया है।
बदमाशों के साथ घूम रहे युवाओं का एक अलग रजिस्टर बनेगा
अधिकारी ने बताया कि बदमाशों और गुंडों के साथ घूम रहे इन युवाओं का थाने में एक अलग रजिस्टर बनेगा। दरअसल, यह युवा गुंडों का रसूख या बहुत दबदबा देखकर उनके जैसा बनने की कोशिश में लग जाते हैं। अब संबंधित बीट प्रभारी इन युवाओं के घर जाएंगे और परिवार को 16 बिंदुओं में उसकी जानकारी देंगे। इसके साथ ही परिवार द्वारा दी गई जानकारी को रजिस्टर में नोट करेंगे। इनमें नाम और पता, साथ उठने-बैठने वालों के नाम, स्कूल, क्लास, निवासी, घूमने-फिरने वाले के इलाके आदि सवाल इसमें शामिल रहेंगे।
कौन कहलाते हैं गुंडे या निगरानी बदमाश
पुलिस के मुताबिक एक या अधिक बॉडी ऑफेंस जैसे- हत्या, चाकूबाजी को अंजाम देने वालों को गुंडा सूची में शामिल करते हैं। निगरानी बदमाशों की सूची में एक या इससे ज्यादा प्रॉपर्टी ऑफेंस को अंजाम दे चुके बदमाशों को शामिल किया जाता है। ज्यादातर गुंडा सूची में शामिल होने के बाद ही निगरानी बदमाश घोषित किया जाता है।