- जल संसाधन विभाग में पदस्थ बाबू को 5 हजार की रिश्वत लेते किया ट्रेप
- सेवानिवृत्त कार्मिक से ग्रेच्युटी की रकम दिलवाने के नाम पर 10 हजार की घूस मांगी थी
- प्रार्थी से मिली शिकायत की जांच कर सत्यापन करवाया गया
Bhopal Bribe News: मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक घूसखोर बाबू की गर्दन नपी है। लोकायुक्त की कार्यवाही में आरोपी बाबू 5 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धरा गया। अचानक हुई कार्यवाही के चलते जल संसाधन कार्यालय में हड़कंप मच गया।
लोकायुक्त इंस्पेकटर बसंत श्रीवास्तव ने बताया की जल संसाधन विभाग में पदस्थ बाबू को 5 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। उन्होंने बताया कि आरोपी बाबू ने विभाग के ही सेवानिवृत्त कार्मिक से ग्रेच्युटी की रकम दिलवाने के नाम पर 10 हजार की घूस मांगी थी। इसकी शिकायत का सत्यापन होने के बाद आरोपी को ट्रेप किया गया है।
ऐसे चढ़ा घूसकर बाबू हत्थे
आपको बता दें कि, उज्जैन के उदयन मार्ग स्थित जल संसाधन यंत्री के ऑफिस में सहायक ग्रेड थर्ड पद पर कार्यरत दिनेश अग्निहोत्री को लोकायुक्त की टीम ने उस समय दबोचा जब आरोपी एक सेवानिवृत्त कार्मिक से उसकी ग्रेच्युटी की रकम निकालने के नाम पर पांच 5 हजार रुपए की घूस ले रहा था। दरअसल तराना जल संसाधन में समय पाल की पोस्ट से वर्ष 2019 में सेविानिवृत्त हुए रमेशचन्द्र सोनी अपनी ग्रेच्युटी की रकम पाने का लेकर जल संसाधन यंत्री कार्यालय के फेरे लगा रहे थे। इसके बाद भी उनकी मेहनत की पूंजी उन्हें नहीं मिल रही थी। इसके बाद दिनेश अग्रिहोत्री उनसे रकम निकलवाने को लेकर 10 हजार की घूस मांगी थी। लोकायुक्त निरीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
4 लाख से ज्यादा की राशि
लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि जल संसाधन महकमे में कार्यरत रहे सेवानिवृत्त कार्मिक प्रार्थी रामचंद्र सोनी ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें लिखा था कि उनकी चार लाख से भी अधिक ग्रेच्युटी की रकम महकमे के आला अधिकारियों की ओर से भुगतान किए जाने के निर्देश के बाद भी उसे नहीं मिली। अधिकारियों ने सभी कागजी कार्यवाही भी पूरी कर दी थी। उन्होंने बताया कि इसकी एवज में आरोपी बाबू दिनेश अग्रिहोत्री 10 हजार की घूस मांग रहा था। इसके बाद आरोपी को प्रार्थी ने 5 हजार की रकम दे दी थी। लेकिन करीब 3 माह बीत जाने के बाद भी प्रार्थी को ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं मिला। निरीक्षक ने बताया कि प्रार्थी की ओर से मिली शिकायत की जांच कर सत्यापन करवाया गया। इसके बाद आरोपी को ट्रेप करने के लिए जाल बिछाया गया। इसके बाद कार्यालय में प्रार्थी से आरोपी को 5 हजार रूपए की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। अब आगे की जांच कर कार्यवाही की जाएगी।