- किसानों एवं मजदूरों से जुड़ी योजनाओं के लागू न करने के खिलाफ मार्च निकाल रहे थे कांग्रेस नेता
- पुलिस ने लॉकडाउन लागू होने का हवाला देकर नेताओं को रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं मानें
- कांग्रेस का आरोप है कि कोविड-19 के संकट से ठीक ढंग से नहीं निपट रही है शिवराज सिंह की सरकार
भोपाल : मध्य प्रदेश में लॉकडाउन नियमों की अवहेलना कर प्रदर्शन करने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने बुधवार को हिरासत में लिया। इनमें दो विधायक भी शामिल हैं। कांग्रेस के ये नेता मजदूरों और किसानों को लेकर प्रदर्शन करने जा रहे थे। पुलिस ने लॉकडाउन का हवाला देकर इन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं मानें। इसके बाद पुलिस ने विधायकों सहित नेताओं को हिरासत में ले लिया।
हिरासत में लिए जाने वाले नेताओं में कांग्रेस के विधायक महेश परमार, मनोज चावला शामिल हैं। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि कोविड-19 के संकट से निपटने में शिवराज सिंह चौहान नाकाम साबित हुई है। इसके खिलाफ कांग्रेस नेता एक मार्च निकालने जा रहे थे लेकिन रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक दिया। मार्च से रोके जाने पर पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच झड़प हुई।
आरोप है कि सरकार मजदूरों और किसानों से जुड़े कार्यक्रमों एवं योजनाओं को सही तरीके से लागू नहीं कर पा रही है। कांग्रेस नेता किसानों एवं मजदूरों का आक्रोश दर्ज कराने के लिए निकले हुए थे। रास्ते में पुलिस ने इन नेताओं को रोका और उनसे कहा कि कोरोना संकट एवं लॉकडाउन के दौरान इस तरह के प्रदर्शनों पर रोक लगी हुई है लेकिन कांग्रेस नेताओं ने पुलिस की बात नहीं मानीं। इस दौरान नेताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली। नेताओं ने जब बात नहीं मानी तो पुलिस को उन्हें हिरासत में लेने के लिए बाध्य होना पड़ा।
कोरोना संकट के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साध चुके हैं। कमलनाथ का भी कहना है कि शिवराज सिंह चौहान इस संकट से गंभीरता के साथ नहीं निपट रही है। बता दें कि मध्य प्रदेश कोरोना के प्रकोप से बुरी तरह प्रभावित है। राज्य में कोरोना के नए केस लगातार सामने आ रहे हैं। राज्य से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर भी अपने गृह राज्य वापस जा रहे हैं। मजदूरों के पलायन पर भी कांग्रेस शिवराज सरकार को घेर रही है।