- भोपाल के किसानों को बड़ी राहत
- स्लॉट बुक करने की तारीख बढ़ी
- अब 17 अप्रैल तक होगी स्लॉट बुकिंग
Bhopal Wheat Sale: किसानों के लिए राहत भरी खबर है। शिवराज सिंह चौहान सरकार ने गेहूं के स्लॉट की बुकिंग की डेट आगे बढ़ा दी है। समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए अब किसान 17 अप्रैल तक स्लॉट की बुकिंग करा सकेंगे। पूर्व में स्लाट बुकिंग की तारीख 13 अप्रैल थी। स्लॉट बुकिंग के बाद किसानों को 7 दिन के अंदर गेहूं लेकर सेंटर पर पहुंचना होगा। किसान अपनी तहसील के किसी भी सेंटर पर गेहूं बेच सकेंगे।
दरअसल, मध्यप्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए स्लॉट बुकिंग का लगातार जारी है। इसी बीच छुट्टियां पड़ने के चलते किसानों को बड़ी राहत देते हुए एमपी सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए स्लॉट बुकिंग की अंतिम 17 अप्रैल कर दी है। खास बात ये है कि किसान खुद के मोबाइल से स्लॉट बुक कर सकते हैं। किसान कॉमन सर्विस सेंटर, ग्राम पंचायत, लोक सेवा केंद्र, इंटरनेट कैफे, खरीदी केंद्र से भी बुकिंग हो सकेगी।
इस समय तक होगें स्लॉट बुक
इसके अलावा महावीर जयंती-डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के बाद अब गुड फ्राइडे के चलते भोपाल की करोंद मंडी आज शुक्रवार को भी बंद रहेगी। शनिवार को अनाज खरीदा जाएगा। रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा। फिर मंडी सोमवार को खुलेगी।सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक स्लॉट बुक होंगे।
इस बार यह है समर्थन मूल्य
बता दें कि, इस वर्ष गेहूँ का समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो पिछले साल से 40 रुपये प्रति क्विंटल ज्यादा है। इस साल 2022 में गेहूं उपार्जन के लिए 19 लाख 81 हजार किसानों ने पंजीयन कराया, जो पिछले साल का 80 प्रतिशत है। इसमें कुल रकबा 42.24 लाख हेक्टेयर है, जो विगत वर्ष से 84 प्रतिशत अधिक है। उपार्जन सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9 से दोपहर एक बजे तक औक 2 बजे से 6 बजे तक किया जाएगा। इसके लिए प्रदेशभर में 4 हजार 663 केंद्र बनाए गए हैं।
ऐसे करें स्लॉट बुक
किसान खुद के मोबाइल से स्लॉट बुक कर सकते हैं। कॉमन सर्विस सेंटर, ग्राम पंचायत, लोक सेवा केंद्र, इंटरनेट कैफे, खरीदी केंद्र से भी बुकिंग हो सकेगी। फसल विक्रय के लिए स्लॉट की वैधता 3 कार्य दिवस की होगी। वे अपनी तहसील के किसी भी सेंटर पर गेहूं बेच सकेंगे। स्लॉट बुकिंग करने के पश्चात कृषक उपार्जन केन्द्र का नाम, विक्रय योग्य मात्रा एवं विक्रय के दिनांक की जानकारी का प्रिंट निकाल सकेंगे।
इन जिलों में 16 मई तक खरीदी
भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिंड और श्योपुर जिले शामिल हैं।
ये रहेंगे नियम
1. किसानों का जेआईटी के माध्यम से भुगतान होगा।उपज की तौल होने पर किसान एवं उपार्जन केंद्र प्रभारी के बायोमैट्रिक सत्यापन से ही देयक जारी होंगे।
2. किसानों को उसकी उपज का भुगतान उनके आधार लिंक खाते में करने की व्यवस्था की गई है, जिससे किसी भी तरह की त्रुटि की संभावना को समाप्त की जा सके।
3. किसान को बैंक शाखा में जाकर खाते को आधार से लिंक कराना होगा। शासन द्वारा पंजीयन करने के लिये आधार नम्बर आधारित बायोमेट्रिक या सत्यापन के आधार पर पंजीयन की व्यवस्था की गई है।
4. उपार्जन से पहले पंजीकृत किसान की पात्रता की जांच नोडल अधिकारी करेंगे। किसानों को उपज का भुगतान आधार से लिंक खाते में किया जाएगा।
5. किसानों को उपज बेचने के लिए SMS नहीं भेजे जाएंगे। किसानों ने अपनी मर्जी से उपार्जन केंद्र और उपज बेचने की तारीख का चयन किया है।