- लव जिहाद के मुद्दे पर मध्य प्रदेश सरकार ने साफ कर दिया है कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे
- शिवराज सिंह चौहान ने तोड़कर रख देने जैसे शब्दों की दी थी चेतावनी
- यूपी सरकार पहले ही इस विषय पर ला चुकी है अध्यादेश
भोपाल। लव जिहाद और धर्मांतरण के मुद्दे पर सीएम शिवराज सिंह चौहान अपनी मंशा साफ कर चुके हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले एक सभा में कहा था कि जो लोग इस तरह के कृत्य में शामिल पाए जाएंगे उन्हें तोड़ कर रख देंगे इसके साथ यह भी कहा कि धर्मांतरण के लिए जिम्मेदार लोगों को तबाह कर दिया जाएगा। शनिवार को शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम बेटी बचाओ अभियान को अंतिम रूप देने जा रहे हैं। सरकार ने इसे धर्म स्वतांत्र्य बिल 2020 नाम दिया है।
लव जिहाद बर्दाश्त नहीं
शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि उन्हें पता है कि किस तरह से बहन बेटियों की बहका फुसला कर उनकी जिंदगी तबाह की जाती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होने देंगे। बहन बेटियों के सम्मान के लिए सरकार कड़े के कड़े प्रावधान करने जा रही है। अपने मंच से उन्होंने हरियाणा के निकिता का जिक्र करते हुए कहा कि आखिर वहां क्या हुआ था।
यूपी सरकार का दिया हवाला
यूपी सरकार ने लव जिहाद पर रोक लगाने के लिए अध्यादेश के जरिए कानूव लाया है। इसके साथ ही अंतरधार्मिक विवाह पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को खत्म कर दिया है। यूपी सरकार द्वारा कानून बनाए जाने के बाद पहला मामला बरेली में दर्ज किया गया था। इसके बाद ऐसा ही मामला मऊ जिले में भी सामने आया है। इन सभी घटनाओं को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मध्य प्रदेश में कानून बनाया जाएगा।