- कोरोना महामारी काल में कोरोना कवच औक कोरोना रक्षक पॉलिसी नामक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लाई गई है
- कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में हर कोई अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है
- कोरोना कवच एक स्टैंडर्ड पॉलिसी है जो कोरोना की बीमारी का पूरा खर्च कवर करती है
कोरोना महामारी के काल में लोगों को जिस चीज की सबसे ज्यादा चिंता है वह है अपने हेल्थ को लेकर। बड़ी संख्या में लगातार लोगों की मौतें हो रही हैं। लाखों की संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। हर कोई अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है अपनी सुरक्षा की गारंटी हर कोई चाह रहा है।
यही कारण है कि हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां इस समय काफी एक्टिव हैं, वे अलग-अलग तरह के प्लान्स और पॉलिसी लेकर लोगों के सामने आ रहे हैं। इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने दो पॉलिसी के लिए गाइडलाइन्स जारी किया है। ये सभी प्रोडक्ट 10 जुलाई से लॉन्च किए जाएंगे।
कोरोना कवच
ये एक स्टैंडर्ड पॉलिसी है जो कोरोना की बीमारी का पूरा खर्च कवर करती है। इसमें पहले के लक्षणों के इलाज से लेकर कोविड-19 की बीमारी के इलाज तक का सारा खर्च कवर होता है। वैसे लोग जो 18 से 65 साल तक की उम्र के हैं वे इस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को खरीद सकते हैं। इस प्रोडक्ट में पेरेंट्स को भी कवर किया जा सकता है। यह एक सिंगल प्रीमियम होता है, सीमित पीरियड पॉलिसी होता है और जिसमें लाइफलॉंग रिन्युएबिलिटी के फायदे नहीं होते हैं। कोरोना कवच पॉलिसी में कम से कम 50,000 रुपए तक का बीमा कराते हैं जबकि अधिक से अधिक 5 लाख रुपए तक का बीमा कराते हैं। इस पॉलिसी की अवधि 3.5 से 9.5 महीने के बीच रहेगी।
कोरोना रक्षक पॉलिसी
यह भी सिंगल प्रीमियम प्लान है जो बीमाधारक के अस्पताल में भर्ती होने से लेकर इलाज होने तक का 100 फीसदी खर्चा कवर करता है। कोविड-19 पॉजिटिव आने से इसके इलाज के खर्च तक कवर होते हैं। इसमें भी कम से कम 50,000 रुपए तक का बीमा कराते हैं जबकि अधिक से अधिक 2.5 लाख रुपए तक का बीमा कराते हैं।
क्या हैं फायदे
- 'कोरोना कवच' प़ॉलिसी में अस्पताल में भर्ती होने पर रूम, बेड, मास्क, पीपीई किट, ग्लव्ज व अन्य का खर्चा शामिल होगा। आयुष ट्रीटमेंट में आने वाला खर्च भी इसमें कवर होगा।
- अगर अस्पताल में इलाज नहीं करवा कर घर पर इलाज करवा रहे हैं तो ऐसी परिस्थिति में भी 14 दिन के लिए इलाज का खर्च कवर किया जाएगा।
- 'तीन महीने से 25 साल की उम्र के आश्रित बच्चों का भी बीमा किया जाएगा। परिवार को शामिल करने का विकल्प केवल 'कोरोना कवच" में होगा। 'कोरोना रक्षक' एक व्यक्तिगत पॉलिसी होगी।
- 'कोरोना रक्षक' की बात की जाए तो अगर मरीज कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है तो उसे कम से कम 72 घंटे अस्पताल में भर्ती रहना होगा। इसके बाद ही उसे सम इंश्योर्ड की पूरी राशि एकमुश्त दी जाएगी।
- इस बीमा की अवधि 105 दिन, 195 दिन और 285 दिन तय की गई है। दोनों पॉलिसी में 18 से 65 साल के लोगों का बीमा हो सकेगा।
आपको बता दें कि IRDAI ने हाल ही में एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण पॉलिसीधारकों से किस्तों में प्रीमियम प्राप्त करने के मौजूदा नियम को दोहराया गया है कि स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम के भुगतान को आसान बनाने की जरूरत है। बीमाकर्ता सभी या विशिष्ट स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी में किश्तों में प्रीमियम एकत्र कर सकते हैं।