- रेलवे सुरक्षा बल ने कैप्टन अर्जुन रोबोट को किया है डिजाइन, पुणे रेलवे स्टेशन पर किया जा रहा है इस्तेमाल
- कैप्टन अर्जुन की मदद से यात्रियों की हो रही है थर्मल स्क्रीनिंग
- इस रोबोट की मदद से असामाजिक तत्वों पर भी रखी जा रही है नजर
नई दिल्ली। क्या आपने रेलवे स्टेशन पर किसी रोबोट को कामकाज करते देखा है। अगर नहीं तो इस तरह का नजारा आप पुणे रेलवे स्टेशन पर देख सकते हैं। रेलवे सुरक्षा बल यानी आरपीएफ ने कैप्टेन अर्जुन को डिजाइन किया है। यह रोबोट न केवल स्टेशन पर असामाजिक तत्वों पर रोक लगाएगा बल्कि कोरोना काल में यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग भी करेगा।
कैप्टन अर्जुन की खासियत
इसमें मोशन सेंसर के साथ एक पीटीजेड कैमरा(पैन, टिल्ट जूम) और एक डोम कैमरा लगा है। आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस की मदद से कैमरा न केवल संदेहास्पद गतिविधियों पर नजर रखेंगे बल्कि असामाजिक लोगों पर भी रहेगी। इसमें एक डिजिटल डिस्प्ले पैनल लगा है जिसके जरिए जिन यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग होगी वो दर्ज हो जाएगी। अगर किसी यात्री का तापमान तय सीमा से अधिक होगी तो अपने आप चेतावनी बीप की आवाज आने लगेगी।
रोबोट में मास्क, सैनिटाइजर की भी व्यवस्था
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि रोबोट में टू वे संचार सुविधा वॉयस और वीडियो की व्यवस्था है, इसके साथ ही इससे स्थानीय भाषा में संवाद भी कर सकते हैं। इसमें कोविड 19 के बारे में सभी आवाश्यक जानकारियां फीड की गई हैं जिसके जरिए लोगों को जागरूक करने में मदद मिलेगी। यही नहीं इसके जरिए लोग सैनिटाइजर, मास्क भी हासिल कर सकते हैं इसक साथ ही यह रेलवे स्टेशन की सफाई भी कर सकेगा।
रेलवे सुरक्षा को भी मिलेगा फायदा
आरपीएफ, सेंट्रल रेलवे के डीआईजी आलोक बेहका कहते हैं कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ा है उसमें रोबोटिक स्क्रीनिंग एक बेहतरीन विकल्प है जिसके जरिए कोरोना वॉरियर्स की लड़ाई आसान होगी। कैप्टन अर्जुन को अलग अलग जगहों पर इस्तेमाल किया जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि स्टेशन की सुरक्षा योजना और चाकचौबंद होगी। इसके जरिए यात्रियों और रेलवे स्टॉफ के बीच संपर्क कम हो जाएगा।