Cooking oil/oilseed price today, 12 August 2020 : सोयाबीन और मूंगफली फसल के प्रमुख उत्पादक राज्यों- गुजरात, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र में भरपूर उत्पादन होने की संभावनाओं के बीच विदेशी तेलों का सस्ता आयात बढ़ने से स्थानीय तेल तिलहन बाजार में बुधवार को सरसों, सोयाबीन, मूंगफली जैसे देशी तेल और पाम तेल और पामोलीन जैसे आयातित तेलों में गिरावट दर्ज की गई। बाजार सूत्रों ने कहा कि गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में सोयाबीन व मूंगफली की जोरदार फसल होने की संभावना है। इसी बीच अर्जेन्टीना के अलावा अब तुर्की और रूस से सोयाबीन डीगम तेल के आयात शुरु होने से स्थानीय सोयाबीन उत्पादक किसान चिंतित हैं कि ऐसे में उत्पादन बढ़ाने का उन्हें कितना लाभ मिल पायेगा। तुर्की और रूस से आयात होने वाला तेल अर्जेन्टीना के सोयाबीन डीगम के मुकाबले 15-20 डॉलर प्रति टन सस्ता है। इस सस्ते आयात के आगे देश के किसानों को अपने माल को बाजार में खपाने को लेकर चिंता और बढ़ गई है।
तेल-तिलहन के बंद भाव बुधवार को इस प्रकार रहे- (भाव- रुपए प्रति क्विंटल)
सरसों तिलहन - 5,105- 5,155 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपए।
मूंगफली दाना - 4,585- 4,635 रुपए।
वनस्पति घी- 965 - 1,070 रुपए प्रति टिन।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 11,970 रुपए।
मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 1,790- 1,850 रुपए प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 10,300 रुपए प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 1,590 - 1,730 रुपए प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 1,700 - 1,820 रुपए प्रति टिन।
तिल मिल डिलिवरी तेल- 11,000 - 15,000 रुपए।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 9,220 रुपए।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 9,000 रुपए।
सोयाबीन तेल डीगम- 8,100 रुपए।
सीपीओ एक्स-कांडला-7,280 से 7,330 रुपए।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 8,100 रुपए।
पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 8,700 रुपए।
पामोलीन कांडला- 7,980 रुपए (बिना जीएसटी के)।
सोयाबीन तिलहन डिलिवरी भाव 3,615- 3,640 लूज में 3,350--3,415 रुपए।
मक्का खल (सरिस्का) - 3,500 रुपए
उन्होंने कहा कि इस स्थिति के कारण देश के भीतर तिलहन मिलें बंद हो रही है जबकि विदेशों में तेल मिलें पूरी क्षमता से काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस सस्ते आयातित तेलों के कारण देश में हर साल किसानों के पास सरसों, मूंगफली और सोयाबीन का 25 से 30 प्रतिशत के लगभग ऊपज बाजार में नहीं खप पाते। इन तिलहनों को किसानों को या तो खुद ही खपत करना पड़ता है या फिर पैसे की आवश्यकता होने पर मंडियों में औने पौने भाव पर बेचना पड़ता है।