- अमेरिका में अब तक 45000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है
- अमेरिका में 08 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं
- मेरिका में हो रही तबाही के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर निशाना साध रहे हैं
वॉशिंगटन : चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस अमेरिका में तबाही मचा रहा है। इस महामारी से यहां अब तक 45000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 08 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। अब तक दुनिया में सबसे अधिक मौत अमेरिका में ही हुई है। चीन में अब तक इससे 82,788 लोग संक्रमित हुए हैं और 4632 लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में हो रही तबाही के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर निशाना साध रहे हैं।
समझौते सम्मान नहीं किया तो खत्म होंगे रिश्ते
ट्रंप ने कहा कि कोराना वायरस महामारी के संकट में चीन समझौते पालन नहीं कर रहा है। उन्होंने मंगलवार को चीन के साथ व्यापार समझौता तोड़ने की धमकी दे दी। उन्होंने कोरोना वायरस पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यदि चीन ने समझौते के प्रावधानों का सम्मान नहीं किया तो वह उसके साथ हुए व्यापार समझौते को समाप्त कर देंगे। ट्रंप ने कहा कि यदि ऐसा हुआ तो हम समझौते को समाप्त कर देंगे और हम यह किसी भी अन्य की तुलना में बेहतर तरीके से करेंगे।
चीन को लेकर मैं जितना सख्त हूं, और कोई नहीं है- ट्रंप
ट्रंप से पूछा गया था कि वह इस बात को लेकर भरोसे में हैं कि चीन प्राकृतिक आपदा के उस प्रावधान का इस्तेमाल नहीं करेगा, जिसका जिक्र व्यापार समझौते में किया गया है। ट्रंप ने कहा कि चीन को लेकर मैं जितना सख्त हूं, और कोई नहीं है। उन्होंने फिर से दोहराया कि चीन कई साल से अमेरिका का फायदा उठाता आ रहा था और जब तक वह राष्ट्रपति नहीं बने, यह होता रहा।
2018 में चीन के साथ व्यापार युद्ध की हुई शुरुआत
उन्होंने कहा कि एक बार गौर करिए, एक साल में 200 डॉलर, 300 डॉलर, 400 डॉलर, 500 डॉलर। कोई भी इस तरीके से कैसे होने दे सकता है? अब यदि आप पिछले साल के आंकड़े देखेंगे तो व्यापार घाटा कम हो गया है। ट्रंप ने 2017 में चीन के साथ 375.6 अरब डॉलर के अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने की मांग के साथ 2018 में चीन के साथ व्यापार युद्ध की शुरुआत की थी।
समझौते में चीन को 200 अरब डॉलर का सामान खरीदना होगा
चीन और अमेरिका ने इस साल जनवरी में दो साल से अधिक समय से जारी शुल्क युद्ध को समाप्त करते हुए व्यापार समझौते के पहले चरण पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के पहले चरण के तहत चीन को अमेरिका से 200 अरब डॉलर के सामानों की खरीद करने की बाध्यता है। इसके योजना के हिसाब से आगे चलते रहने के अनुमान हैं। हालांकि अमेरिका-चीन आर्थिक एवं सुरक्षा समीक्षा आयोग ने एक रिपोर्ट में कहा है कि चीन कोरोना वायरस महामारी अथवा किसी अन्य आकस्मिक घटना की स्थिति में व्यापार समझौते में एक नया प्रावधान जोड़ सकता है, जिससे दोनों देशों के बीच नए सिरे से बातचीत की जरूरत पड़ सकती है।