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इस बार महंगी दिवाली, लाइटिंग के उत्पादन में बढ़ी लागत से 20-25% महंगे हुए सामान

Updated Oct 27, 2021 | 14:11 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

शॉपिंग के इस माहौल में बढ़ी लागत रंग में भंग का काम कर रही है। लाइटिंग मैन्युफैक्चरर्स के मुताबिक उनके इनपुट कॉस्ट में 30 से 40 फीसदी की बढ़त आई है जिससे मार्जिन पर बुरा असर पड़ा है।

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प्रतीकात्मक तस्वीर
मुख्य बातें
  • दुकानदारों के मुताबिक कोविड-19 के दौर के पहले के मुकाबले 75 फीसदी डिमांड लौट आई है
  • बढ़ी कीमतें सिर्फ खरीदारों के लिए ही नहीं, दुकानदारों के लिए भी मुश्किल बन रही है
  • जस्ट डायल के मुताबिक त्योहारी सीजन में ब्यूटी पार्लर, होम अपग्रेड, हाउसकीपिंग सर्विस, पेस्ट कंट्रोल जैसी सर्विस के लिए डिमांड काफी बढ़ी है

दुकानों पर होम डेकोरेशन से लेकर लाइटिंग के लिए फिर से ग्राहकों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है, लेकिन इस बार दिवाली के डेकोरेशन का खर्च 20 से 25 फीसदी बढ़ सकता है क्योंकि इन सामान पर प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ा है। पिछले साल की फीकी दिवाली के बाद इस साल फिर से बाजारों में रौनक है। दुकानों पर ग्राहक लौट रहे हैं और फिर से खरीदारी का रंग जमने लगा है। दुकानदारों का कहना है कि अब कोविड-19 के दौर के पहले के मुकाबले 75 फीसदी डिमांड लौट आई है। झालरों, कंदिल, लाइट लड़ियों के लिए लोगों ने दिवाली से पहले शॉपिंग शुरू कर दी है और वे इस बात से खुश भी हैं कि वे खुद बाजार आकर अपने पसंद की चीजें खरीद पा रहे हैं।

शॉपिंग के इस माहौल में बढ़ी लागत रंग में भंग का काम कर रही है। लाइटिंग मैन्युफैक्चरर्स के मुताबिक उनके इनपुट कॉस्ट में 30 से 40 फीसदी की बढ़त आई है जिससे मार्जिन पर बुरा असर पड़ा है। आई सी (IC) की कमी से भारत में प्रोडक्शन पर असर पड़ा है। चीन से आयात होने वाले रॉ मेटिरीयल के साथ ही वहां से आयात का ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट भी बढ़ा है। उत्पादकों के मुताबिक आयात में कमी के कारण फिलहाल 80 फीसदी उत्पादन क्षमता पर काम हो रहा है।

हालांकि, इस कमी से मेड-इन-इंडिया लाइटिंग की भी डिमांड बढ़ी है। मुंबई के लाइट के व्यापारी मेहता एंटरप्राइजेस के मौलिक का कहना है कि मेटल की कीमतें बढ़ी हैं और इलेक्ट्रिकल आइटम की भी कीमतें बढ़ी हैं जिससे डेकोरेशन के आइटम महंगे हो चले हैं। वे कहते हैं कि एक ओर कीमतें बढ़ी हैं दूसरी ओर लॉकडाउन के बाद ग्राहक भी खर्च में हाथ समेट रहे हैं। मेड इन इंडिया प्रोडक्ट्स की डिमांड जरूर है लेकिन सस्ते होने के कारण अब भी चीनी प्रोडक्ट्स की मांग है। बढ़ी कीमतें सिर्फ खरीदारों के लिए ही नहीं, दुकानदारों के लिए भी मुश्किल बन रही है. वहीं, ऑनलाइन मार्केट से भी कंपीटीशन बढ़ा है।

ऑनलाइन वर्सेज ऑफलाइन की इस होड़ में लोग लोकल सर्विस को अनदेखा नहीं कर रहे हैं। जस्ट डायल के मुताबिक त्योहारी सीजन में ब्यूटी पार्लर, होम अपग्रेड, हाउसकीपिंग सर्विस, पेस्ट कंट्रोल जैसी सर्विस के लिए डिमांड काफी बढ़ी है। कोविड-19 मामले कम होने के साथ ही ब्यूटी पार्लर सर्विस फिर पटरी पर लौटी है और यहां टियर 1 शहरों में डिमांड 94 फीसदी बढ़ी है, और टियर 2 में 66 फीसदी ग्रोथ देखने को मिली है। हाउसकीपिंग सर्विस के लिए टियर 1 शहरों में 40 फीसदी बढ़त है, और पेस्ट कंट्रोल के लिए डिमांड 62 फीसदी ज्यादा है। दिवाली के मौके पर लोग घरों को अपग्रेड करने पर भी खर्च कर रहे हैं और मॉड्यूलर किचन के लिए डिमांड 41 फीसदी बढ़ी है। फर्नीचर सेगमेंट में भी 54 फीसदी ग्रोथ है। इस बार दिवाली पर जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है लेकिन जैसे-जैसे कोविड का डर कम हुआ है वैसे ही लोग बाजारों में लौटे हैं। यही वजह है कि दुकानदारों को भी इस साल एक हैप्पी दिवाली की उम्मीद है।

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