- ई-पासपोर्ट के जरिए चोरी और जालसाजी पर लगाम लग सकेगी।
- ई-पासपोर्ट में इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोप्रोसेसर चिप होगी।
- ये नए पासपोर्ट बायोमेट्रिक डेटा के साथ सुरक्षित होंगे।
Indians to get e-passports soon: केंद्र जल्द ही सभी नागरिकों के लिए ई-पासपोर्ट (e-passport) जारी करना शुरू करेगी। विदेश मंत्रालय के सचिव संजय भट्टाचार्य ने एक ट्वीट में कहा कि, 'भारतीय नागरिकों को जल्द ही ई-पासपोर्ट मिलने की संभावना है।'
बायोमेट्रिक डेटा के साथ सुरक्षित होंगे ई-पासपोर्ट
ई-पासपोर्ट के रोल-आउट में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए, विदेश मंत्रालय के सचिव ने कहा कि ई-पासपोर्ट बायोमेट्रिक डेटा के साथ सुरक्षित होंगे और विश्व स्तर पर इमिग्रेशन पदों के माध्यम से सुगम मार्ग को सक्षम करेंगे।
ई-पासपोर्ट में लगे हैं इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोप्रोसेसर चिप
मौजूदा समय में भारतीय नागरिकों को जारी किए गए पासपोर्ट बुकलेट के रूप में होते हैं। भारत ने परीक्षण के आधार पर 20,000 आधिकारिक और राजनयिक ई-पासपोर्ट जारी किए, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोप्रोसेसर चिप लगा हुआ है।
कैसे होगा लाभदायक?
सरकार ने पहले कहा था कि यह कदम पासपोर्ट की जालसाजी को मुश्किल बनाने और यात्रियों के लिए तेजी से इमिग्रेशन में मदद करने के लिए है। मंत्रालय ने 2021 में घोषणा की थी कि ई-पासपोर्ट अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के मानकों का पालन करेंगे। पासपोर्ट के आगे चिप ई-पासपोर्ट के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त लोगो के साथ आएगी।
भारत में 555 पासपोर्ट केंद्र
भारत में, 555 पासपोर्ट केंद्रों का नेटवर्क है जिसमें 36 पासपोर्ट कार्यालय, 93 पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) और 426 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) शामिल हैं। आवेदन करने की प्रक्रिया में सरकारी वेबसाइट पर आवेदन पत्र भरने से लेकर अपना स्थान और अपॉइंटमेंट की तिथि चुनने तक सभी समान रहेंगे। नई व्यवस्था में जारी करने का समय भी प्रभावित नहीं होगा।