भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने उन समाचार रिपोर्टों को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया कि इस वर्ष मार्च-अप्रैल तक 100 रुपए, 10 रुपए और 5 रुपए मूल्यवर्ग के नोटों की पुरानी सीरीज का विमुद्रीकरण (Denomination) किया जाएगा। आरबीआई ने ट्विटर पर एक बयान में कहा कि हाल के दिनों में मीडिया में कुछ खबरें फैल रही हैं कि 100 रुपए, 10 रुपए, 05 रुपए के पुरानी सीरीज के नोट निकट भविष्य में प्रचलन से बाहर हो जाएंगे, ऐसी खबरें गलत हैं।
सरकार की सूचना एजेंसी प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी), पीआईबी फैक्ट चेकिंग शाखा ने यह भी स्पष्ट किया कि यह दावा करने वाली रिपोर्टें झूठी हैं क्योंकि उक्त करेंसी नोटों को डिमोनिटाइज करने की कोई योजना नहीं है। RBI ने कहा कि 100 रुपए, 10 रुपए और 5 रुपए के नोट वापस नहीं निकाले जा रहे हैं। आरबीआई ने समाचार रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि इस वर्ष मार्च-अप्रैल तक 100 रुपए, 10 रुपए और 5 रुपए मूल्यवर्ग के नोटों की पुरानी सीरीज का विमुद्रीकरण किया जाएगा।
आरबीआई के सहायक महाप्रबंधक बी महेश के अनुसार 100 रुपए, 10 रुपए और 5 रुपए मूल्यवर्ग के पुराने नोटों की पुरानी सीरीज के बारे में अफवाहें फैलाई जा रही हैं। केंद्रीय बैंक मार्च या अप्रैल तक इन नोटों की पुरानी सीरीज को वापस लेना चाहता है। हालांकि, जिला पंचायत के नेत्रावती हॉल में जिला स्तरीय सुरक्षा समिति (DLSC) और जिला स्तरीय मुद्रा प्रबंधन समिति (DLMC) की बैठक में बोलते हुए, महेश ने कहा था कि ये मुद्रा नोट अंततः वापस ले लिए जाएंगे, लेकिन जब तक चलन में हैं तब तक लिगल टेंडर बने रहेंगे।
आरबीआई ने 10 रुपए, 50 रुपए, 200 रुपए में और नए लैवेंडर रंग के 100 रुपए के नोट 2019 में जारी किए गये थे। आरबीआई ने कहा था कि पुराने 100 रुपये के नोट भी प्रचलन में रहेंगे।
8 नवंबर, 2016 को, पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए में घोषणा की थी कि 500 और 1,000 रुपए के करेंसी नोट कानूनी निविदा के रूप में बंद हो जाएंगे। सरकार ने कहा कि इस अभ्यास का मकसद अर्थव्यवस्था में बेहिसाब काला धन को जड़ से खत्म करना था।