- निवेशक अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विभिन्न अवधियों में से FD की तलाश कर सकते हैं।
- एफडी से पहले सभी बैंकों द्वारा दिए जाने वाले ब्याज की तुलना जरूर करनी चाहिए।
- खाता खोलते समय ही FD पर ब्याज दरें निर्धारित की जाती हैं।
Fixed Deposit: ज्यादा जोखिम ना उठाने वाले निवेशकों के लिए बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) लंबे समय से पसंदीदा विकल्प रहा है। फिक्स्ड डिपॉजिट कई अवधियों और ब्याज दरों के साथ आती है, इसलिए यह इसे और अधिक आकर्षक निवेश विकल्प (Investment Option) बनाता है।
मैच्योरिटी या रिकरिंग आधार पर मिलता है ब्याज का लाभ
निवेशकों को यह ध्यान रखना होगा कि उन्हें मैच्योरिटी से पहले फंड निकालने की अनुमति नहीं मिलती। लेकिन फिर भी अगर कोई समय से पहले राशि निकालना चाहता है तो उसे पेनल्टी देनी होगी। आइए जानते हैं कौन से बैंक 1 या 2 साल की एफडी पर निवेशकों को कितना ब्याज देते हैं- (FD Interest Rate)
फिक्स्ड डिपॉजिट पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न चाहते हैं? बस करें ये काम
1 साल की FD पर सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले बैंक
- आरबीएल बैंक -6.25 फीसदी
- इंडसइंड बैंक - 6.00 फीसदी
- आईडीएफसी फर्स्ट बैंक - 5.75 फीसदी
- डीसीबी बैंक - 5.55 फीसदी
- करूर वैश्य बैंक - 5.4 फीसदी
2 साल की FD पर सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले बैंक (FD Latest Interest Rate)
- इंडसइंड बैंक - 6.50 फीसदी
- आरबीएल बैंक - 6.50 फीसदी
- बंधन बैंक - 6.25 फीसदी
- डीसीबी बैंक - 6.25 फीसदी
- आईडीएफसी फर्स्ट बैंक - 5.75 फीसदी
FD पर लोन के लिए भी कर सकते हैं अप्लाई
FD एक निर्धारित अवधि के लिए तय की जाती हैं, लेकिन अगर निवेशकों को पैसों की आवश्यकता हो तो वे इससे उधार ले सकते हैं। लोग अपने FD बैलेंस का 70 से 90 फीसदी तक ओवरड्राफ्ट के रूप में लोन के साथ प्राप्त कर सकते हैं। इसका लाभ यह है कि इससे आपकी FD पर आय जारी रहती है।
(Disclaimer: यहां टाइम्स नाउ नवभारत द्वारा किसी भी योजना में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है। यह सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी योजना में निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)