- भारत में पिछले दो महीनों में सोने की कीमतें 5,000 रुपए प्रति 10 ग्राम से अधिक बढ़ गई हैं
- अभी भी पिछले साल के 56,200 रुपए के उच्च स्तर से करीब 7,000 रुपए नीचे है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 5 महीने के उच्च स्तर 1,907.67 डॉलर प्रति औंस पर है
Gold/Silver Latest Rate Today 03 June 2021 : नरम अंतरराष्ट्रीय रूख के बीच फिर भारत में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट हुई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को सोना 339 रुपए गिरकर 48,530 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। यह बुधवार को 48,869 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं चांदी 475 लुढ़कर 70,772 रुपए किलो हो गया। यह पिछले दिन 71,247 रुपए प्रति किलो ग्राम पर बंद हुआ। था। दोनों के वायदा भाव में भी गिरावट हुई। उधर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,893 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी 27.79 डॉलर प्रति औंस पर सपाट कारोबार कर रही थी। लेकिन सोना अभी भी पिछले साल के 56,200 रुपए के उच्च स्तर से करीब 7,000 रुपए नीचे है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट (ibjarates.com) के मुताबिक सोने की कीमत में 07 रुपए की गिरावट हुई। जबकि चांदी की कीमत में 349 रुपए की बढ़ोतरी हुई। अब 24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने का भाव 49000 रुपए है जबकि 22 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने का भाव 44890 रुपए है। नीचे शुद्धता के आधार पर 14 से लेकर 24 कैरेट सोने का ताजा भाव जानिए।
धातु | शुद्धता | कीमत प्रति 10 ग्राम |
सोना | 999(24 कैरेट) | 49002 रुपए |
सोना | 995(23 कैरेट) | 48806 रुपए |
सोना | 916(22 कैरेट) | 44886 रुपए |
सोना | 750(18 कैरेट) | 36752 रुपए |
सोना | 585(14 कैरेट) | 28666 रुपए |
चांदी | 999 | 71240 रुपए किलो |
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट के कारण, सोने की दरें आज 5 महीने के उच्च स्तर 1,907.67 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर है। इस हफ्ते की शुरुआत में सोना 5 महीने के उच्च स्तर 1,916.40 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया था। यूएस 10 ईयर ट्रेजरी यील्ड 1.6% से नीचे फिसल गई, जिससे गैर-ब्याज वाले सोने को रखने की अवसर लागत कम हो गई।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कम होती अमेरिकी ट्रेजरी आय, नरम अमेरिकी डॉलर और कोरोना महामारी की तीसरी लहर पर चिंता सोने की की वजह से निवेश के लिए सुरक्षित और इस प्रकार इसकी कीमतों को बढ़ा रही है। इस बीच, आशावादी वैश्विक आर्थिक भावना और एक स्थिर इक्विटी धातु में प्रमुख लाभ को सीमित कर देगी।