नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में कहा जा रहा है कि वो मंदी की चपेट में है। इस संबंध में जीडीपी का जो आंकड़ा आया है उसके बाद विपक्ष के साथ साथ कुछ औद्योगिक घरानों की तरफ से भी टिप्पणी आई है। हाल ही में उद्योगपति राहुल बजाज ने गृहमंत्री अमित शाह के सामने कहा कि अब तो बोलने में डर लगता है। लेकिन गृहमंत्री शाह ने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है।
राहुल बजाज के बाद अब एक और उद्योगपति हर्ष गोयनका ने भी सरकार पर निशाना साधा है। इसके लिए उन्होंने कविता की मदद ली। उन्होंने कविता को ट्वीट किया ये बात अलग है कि बाद में ट्वीट को हटा लिया था।
पहले आप को बताते हैं कि राहुल बजाज ने क्या कुछ कहा था। उन्होंने यूपीए सरकार का हवाला देते हुए कहा था कि पहले तो सरकार की आर्थिक नीतियों की मुखालफत कोई भी उद्योगपति आसानी से करता था क्योंकि उस समय डर नहीं था। लेकिन अब हालात में बदलाव आ गए हैं, अब तो बोलने से पहले कई दफा सोचना पड़ता है कि क्या बोला जाए। बजाज अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहते हैं कि मौजूदा सरकार की नीतियों से अर्थव्यवस्था में जो तेजी आनी चाहिए वो नहीं हो पा रही है। सरकार को इसके बारे में सोचने की जरूरत है।