- बैंक धोखधड़ी के मामले में देश में तेजी से बढ़ रहे हैं।
- इस तरह लोगों को बनाते हैं शिकार
- बैंक धोखाधड़ी से बचने के लिए इन बातों का रखें खास ध्यान
बैंक धोखाधड़ी को लेकर लोग काफी सर्तक हो गए हैं। इसके साथ ही बैंक भी अपने खाताधारकों को धोखधड़ी से बचने के लिए सुझाव देते रहते हैं। बता दें कि कुछ सालों से बैंक धोखाधड़ी के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं, जहां एक कॉल के जरिए लोगों का पैसा निकाल लिया जाता है। दरअसल लोगों को ऐसे फ्रॉड कॉल आते हैं, जिनमें वह खुद को बैंक के कर्मचारी होने का दावा करते हैं। वहीं लॉकडाउन में भी बैंक धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए बेहद जरूरी है कि लोग सर्तक रहें।
इस तरह लोगों को बनाते हैं शिकार
फ्रॉड कॉल करने वाले काफी प्रोफेशनल होते हैं। पहले तो वह लोगों को कॉल कर खुद को बैंक का कर्मचारी बताते हैं, फिर उन्हें फोन करने के पीछे मजबूत वजह देते हैं। इस तरह वह लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं, फिर उन्हें सुरक्षित कॉल होने का झूठा दावा करते हुए अकाउंट से जुड़ी निजा जानकारी या फिर डेटा हासिल कर लेते हैं। जब तक व्यक्ति समझ पाता है तब उनका पैसा अकाउंट से गायब हो चुका होता है। वहीं यहां हम बता रहे हैं कि फ्रॉड कॉल आने पर किन-किन चीजों की जानकारी आपको नहीं देनी चाहिए।
- क्रेडिट/डेबिट कार्ड नंबर
- कार्ड का सीवीवी नंबर जो कि कार्ड के पीछे 3 से 4 संख्या का नंबर होता है।
- वन टाइम पासवर्ड यानी ओटीपी
- सिक्योर पासवर्ड
- कार्ड की एक्सपायरी डेट
- एटीएम पिन
- पासवर्ड और अन्य निजी जानकारी के साथ-साथ इंटरनेट बैंकिंग लॉगइन आईडी
बैंक धोखाधड़ी से बचने के लिए इन बातों का रखें खास ध्यान
- अगर बैंक की तरफ से किसी भी प्रतिनिधि ग्राहक का फोन आए और आपसे एटीएम पिन,ओटीपी या फिर पासवर्ड के बारे में पूछे, तो उन्हें जवाब न दें। आपके जवाब देने पर वह आपसे निजी जानकारी हासिल कर सकते हैं। एक बार पासवर्ड या फिर अन्य निजी जानकारी हासिल करने के बाद वह इंटरनेट बैंकिंग के जरिए धोखाधड़ी पैसे निकाल लेते हैं।
- फ्रॉड कॉल काफी प्रोफेशनल होते हैं, इसलिए ऐसे कॉल जवाब न दें। अगर आप बात करते भी हैं तो ध्यान रहें कि पासवर्ड, डेबिट कार्ड, पिन, सीवीवी या फिर अन्य निजी जानकारी शेयर न करें। फ्रॉड कॉल आने पर अपने बैंक को इस बारे में जरूर सूचित करें।
- फ्रॉड कॉल पर अगर आपने गलती से पासवर्ड बता दिया है तो तुरंत उसे बदल दें।
- पासवर्ड, पिन या फिर TIN जैसी जानकारी बिल्कुल गोपनीय होती है। यहां तक की इस बारे में बैंक के कर्मचारियों को भी जानकारी नहीं होती है। ऐसे में कॉल पर पूछे जाने पर समझ जाएं कि यह एक फ्रॉड कॉल है।
- किसी को भी अपने पहचान का प्रमाण तब तक न दें, जब तक आपको कोई ठोस वजन न मिल जाए।