कार खरीदना बहुत महंगी चीज है। लेकिन ऑटो लोन ने इसे सस्ता और आसान बना दिया है। नॉन-बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनियां (NBFC) और बैंक आकर्षक इंटरेस्ट रेट्स पर कार लोन देते हैं। अधिकांश उधारदाता, इक्वेटेड मंथली इंस्टालमेंट (EMI) पर कार लोन देते हैं जिसका रीपेमेंट पीरियड 7 साल तक होता है। कुछ बैंक, कार की ऑन-रोड प्राइस का 100% फाइनेंस करते हैं। इसलिए, लोगों के लिए अपने सपनों की कार खरीदना बहुत आसान हो गया है। कार लोन लेते समय, आवेदक को उधारदाता को विभिन्न महत्वपूर्ण दस्तावेज देने पड़ते हैं जो अलग-अलग बैंक के लिए अलग-अलग होते हैं। यहां आपकी सुविधा के लिए कार लोन लेते समय जरूरी दस्तावेजों के बारे में बताया गया है।
पेपरवर्क का महत्व
डॉक्यूमेंटेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद ही कार लोन सेक्शन किया जाता है। चाहे जैसा भी लोन हो, सभी जरूरी दस्तावेज सबमिट करना जरूरी है। लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी या होम लोन जैसे सिक्योर्ड लोन के मामले में, प्रॉपर्टी पेपर्स, सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज होते हैं। कार लोन या पर्सनल लोन जैसे सिक्योर्ड लोन के मामले में, आपकी सैलरी स्लिप, इनकम प्रूफ, और बैंक स्टेटमेंट्स, सबसे जरूरी दस्तावेज होते हैं। समय पर जरूरी दस्तावेज देना बहुत जरूरी है ताकि लोन को जल्दी से प्रोसेस किया जा सके। दस्तावेज सबमिट करने में देर करने पर प्रोसेसिंग में ज्यादा समय लग सकता है।
काम-धंधे के आधार पर, अलग-अलग दस्तावेज सबमिट करने पड़ते हैं। नीचे दिए गए टेबल्स में लोगों के काम-धंधे के आधार पर सबमिट किए जाने वाले अलग-अलग दस्तावेजों के बारे में बताया गया है:-
जरूरी दस्तावेज
पहचान का प्रमाण- आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर्स आईडी। इनमें से एक दस्तावेज सबमिट करना होगा।
इनकम प्रूफ- फॉर्म 16, सैलरी स्लिप
एड्रेस प्रूफ- आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट की कॉपी, बिजली का बिल, राशन कार्ड, वोटर्स आईडी, टेलीफोन बिल, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी। नमें से एक दस्तावेज सबमिट करना होगा।
बैंक स्टेटमेंट- पिछले 6 महीने का।
स्वरोजगार वाले लोग (पार्टनरशिप कंपनियां)
इनकम प्रूफ- ऑडिट किया गया बैलेंस शीट, कंपनी का पिछले दो साल का इनकम टैक्स रिटर्न, पिछले दो साल का प्रॉफिट ऐंड लॉस अकाउंट।
एड्रेस प्रूफ- टेलीफोन बिल, शॉप ऐंड इस्टैब्लिशमेंट एक्ट सर्टिफिकेट, सेल्स टैक्स सर्टिफिकेट, बिजली का बिल, SSI रजिस्टर्ड सर्टिफिकेट।
बैंक स्टेटमेंट- पिछले 6 महीने का।
स्वरोजगार वाले लोग (पब्लिक लिमिटेड कंपनियां)
इनकम प्रूफ- पिछले दो साल का प्रॉफिट ऐंड लॉस अकाउंट, ऑडिट किया गया बैलेंस शीट।
एड्रेस प्रूफ- SSI रजिस्टर्ड सर्टिफिकेट, बिजली का बिल, सेल्स टैक्स सर्टिफिकेट, शॉप ऐंड इस्टैब्लिशमेंट एक्ट सर्टिफिकेट, टेलीफोन बिल।
बैंक स्टेटमेंट- पिछले 6 महीने का
स्वरोजगार वाले लोग (एकमात्र स्वामित्व)
पहचान का प्रमाण- वोटर्स आईडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, आधार कार्ड। इनमें से एक दस्तावेज सबमिट करना होगा।
इनकम प्रूफ- लेटेस्ट इनकम टैक्स रिटर्न्स।
एड्रेस प्रूफ- लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी, टेलीफोन बिल, वोटर्स आईडी, राशन कार्ड, बिजली का बिल, पासपोर्ट की कॉपी, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड। इनमें से एक दस्तावेज सबमिट करना होगा।
बैंक स्टेटमेंट- पिछले 6 महीने का
स्वरोजगार वाले लोग (प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां)
इनकम प्रूफ- पिछले दो साल का प्रॉफिट ऐंड लॉस अकाउंट, ऑडिट किया गया बैलेंस शीट, कंपनी का पिछले दो साल का इनकम टैक्स।
एड्रेस प्रूफ- टेलीफोन बिल, सेल्स टैक्स सर्टिफिकेट, SSI रजिस्टर्ड सर्टिफिकेट, शॉप ऐंड इस्टैब्लिशमेंट एक्ट सर्टिफिकेट, बिजली का बिल। इनमें से एक दस्तावेज सबमिट करना होगा।
बैंक स्टेटमेंट- पिछले 6 महीने का
उपरोक्त दस्तावेज सबमिट करने के अलावा, डिलीवरी डेट, एक्सेसरीज, डिस्काउंट, प्राइस (ऑन-रोड प्राइस और डाउन पेमेंट), और ऐड-ऑन्स जैसे विवरणों को लिखित रूप में हासिल करना भी जरूरी है। क्रेडिट स्कोर अच्छा रहने पर भी कम इंटरेस्ट रेट पर कार लोन मिलने में मदद मिल सकती है। एक अच्छी इंश्योरेंस कंपनी का ही चुनाव करें। आप इंश्योरेंस कंपनी का चुनाव करने से पहले ऑनलाइन खोजबीन कर सकते हैं। इसके अलावा, हर महीने दी जाने वाली EMI के बारे में जानना भी बहुत जरूरी है। इसके लिए आप विभिन्न थर्ड-पार्टी वेबसाइटों पर मौजूद कार लोन EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको अपनी जरूरत के हिसाब से EMI चुनने में मदद मिल सकती है।
(यह लेख बैंकबाजार के सौजन्य से हैं)
(ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)