- HSBC भारत के प्राइवेट बैंकिंग में दोबारा एंट्री करना चाहता है।
- छह साल पहले इसने भारत में निजी बैंकिंग सेवा बंद की थी।
- इसकी योजना 2025 तक एशिया का शीर्ष वेल्थ मैनेजर बनने की है।
HSBC: हांगकांग एंड शंघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (HSBC) एक बार फिर भारत के निजी बैंकिंग बिजनस (Private Banking Business) में प्रवेश करने की संभावनाएं तलाश रहा है। एचएसबीसी ने छह साल पहले भारत में निजी बैंकिंग सेवा बंद की थी। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि कंपनी की एशिया और वेल्थ मैनेजमेंट को अपना मुख्य आधार बनाने की योजना है।
ये है HSBC की रणनीति
रणनीति के तहत, एचएसबीसी की योजना साल 2025 तक एशिया का शीर्ष वेल्थ मैनेजर बनने की है। इस रणनीति की अगुवाई ग्रुप सीईओ Noel Quinn कर रहे हैं। इसके तहत वह वेल्थ और व्यक्तिगत बैंकिंग व्यवसाय में 3.5 बिलियन डॉलर का निवेश कर रहा है। मालूम हो कि बैंक का मुख्यालय लंदन में है।
वेल्थ एंड पर्सनल बैंकिंग के सीईओ Nuno Matos ने कहा कि, हम चीन में अग्रणी अंतरराष्ट्रीय बैंक हैं। नूनो माटोस ने रॉयटर्स को कहा कि, 'हम प्राइवेट बैंकिंग में विस्तार करना चाहते हैं।'
एचएसबीसी के लिए एशिया सबसे बड़ा क्षेत्र है। पिछले साल के बैंक के एडजस्टेड वैश्विक रेवेन्यू में वेल्थ एंड पर्सनल बैंकिंग यूनिट का हिस्सा 44 फीसदी (22 अरब डॉलर) था। माटोस ने कहा कि बैंक चीन में अपनी मोबाइल वेल्थ प्लानिंग सर्विस, HSBC Pinnacle को बढ़ावा देना चाहता है। इसके लिए साल के अंत तक पर्सनल वेल्थ प्लानर 550 के बजाय लगभग 700 करने की योजना है।
एचएसबीसी की वेल्थ प्लानिंग सर्विसेज में निवेश, बीमा और एसेट मैनेजमेंट प्रोडक्ट्स शामिल हैं, जबकि निजी बैंकिंग 5 मिलियन डॉलर या उससे अधिक के निवेश योग्य संपत्ति वाले लोगों की जरूरतों को पूरा करती है। एचएसबीसी प्राइवेट बैंकिंग फॉर एशिया पैसिफिक की प्रमुख Siew Meng Tan ने कहा कि पिछले साल के अंत में बैंक के पास चीन के ऑनशोर निजी बैंकिंग कारोबार में 20 लोग काम कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक यह संख्या बढ़कर 64 हो जाएगी और अगले साल तक इसे दोगुना किया जाएगा। एचएसबीसी सिंगापुर और दक्षिण-पूर्व एशिया में भी अपनी मौजूदगी बढ़ाने पर विचार कर रहा है। अगस्त में बैंक ने फ्रांस की इंश्योरेंस कंपनी AXA के सिंगापुर एसेट्स को 575 मिलियन डॉलर में खरीदा था।