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बजट वीक में तेजी या मंदी? ये फैक्टर्स तय करेंगे शेयर बाजार की चाल

Indian Share Market
Updated Jan 30, 2022 | 17:51 IST

बजट वीक में भारतीय शेयर बाजार बजट घोषणाओं के अलावा वृहद आर्थिक आंकड़े, कंपनियों के तिमाही नतीजे, वैश्विक रुख, आदि जैसे कारकों से प्रभावित होगा।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
बजट वीक में तेजी या मंदी? ये फैक्टर्स तय करेंगे शेयर बाजार की चाल

नई दिल्ली। स्थानीय शेयर बाजारों के लिए यह सप्ताह काफी घटनाक्रमों भरा रहेगा। सप्ताह के दौरान कई महत्वपूर्ण गतिविधियां होने वाली हैं, जो बाजार को दिशा देंगी। विश्लेषकों का कहना है कि इस सप्ताह आम बजट 2022-23, वृहद आर्थिक आंकड़े, कंपनियों के तिमाही नतीजे और वैश्विक रुख बाजार को दिशा देंगे।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, 'यह सप्ताह न केवल शेयर बाजार के लिए, बल्कि व्यापक रूप से अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। एक फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि सरकार वृद्धि के एजेंडा पर आगे बढ़ेगी, लेकिन साथ ही राजकोषीय मजबूती के लिए रूपरेखा भी लाएगी। यह सप्ताह वाहन कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण होगा। एक फरवरी को वाहन कंपनियां अपने मासिक बिक्री के आंकड़े पेश करेंगी।'

जारी होंगे पीएमआई के आंकड़े
उन्होंने कहा कि इसके अलावा सप्ताह के दौरान विनिर्माण और सेवा पीएमआई के आंकड़े भी आने हैं। मिश्रा ने कहा कि केंद्रीय बजट वैश्विक बिकवाली के बीच घरेलू बाजारों के लिए आगे की दिशा निर्धारित करेगा। इसके साथ ही बजट वीक के दौरान बाजार में अस्थिरता अधिक रहती है, इसलिए बाजार भागीदारों को सतर्कता का रुख अपनाना चाहिए।

बाजार में तेजी की संभावना
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, 'यह सप्ताह केंद्रीय बजट की वजह से बहुत महत्वपूर्ण और बेहद अस्थिर होने जा रहा है। लेकिन इस बार अच्छी बात यह है कि बाजार बजट को लेकर हल्के रुझान के साथ आगे बढ़ रहा है। ऐसे में बजट बाद बाजार में तेजी की संभावना है। इसी तरह की प्रवृत्ति पिछले साल दिखाई दी थी। पिछले साल भी बजट से पहले बिकवाली और उसके बाद लिवाली का सिलसिला चला था।'

मीणा ने कहा कि बजट के अलावा वैश्विक संकेतक बहुत महत्वपूर्ण होंगे। वैश्विक बाजार ब्याज दरों में वृद्धि के परिदृश्य के लिए खुद को तैयार कर रहा है, लेकिन भू-राजनीतिक अनिश्चितता एक और बड़ी चिंता है। मीणा ने कहा, 'डॉलर इंडेक्स में वृद्धि और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए अन्य मुद्दे हैं। हम तीसरी तिमाही के नतीजों के सत्र के बीच में हैं और अबतक यह अच्छा बना हुआ है। इस सप्ताह भी कई कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं।'

बीते सप्ताह 1,836.95 अंक फिसला था सेंसेक्स 
पिछले हफ्ते स्थानीय बाजार अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक और रूस-यूक्रेन तनाव की वजह से वैश्विक बाजारों की प्रतिक्रिया से प्रभावित हुआ था। बीते सप्ताह कम कारोबारी सत्रों के दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,836.95 अंक या 3.11 प्रतिशत नीचे आया था।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के अनुसार, 'हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजे अब पीछे छूट गए हैं, लेकिन एक फरवरी को पेश होने वाले आम बजट तथा रूस-यूक्रेन तनाव की वजह से इस सप्ताह बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है।' जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'इस सप्ताह जनवरी के लिए पीएमआई आंकड़े जारी होंगे। अन्य चीजों के अलावा इन आंकड़ों पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी।'

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