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हवाई यात्रियों के लिए बड़ा ऐलान, यह सर्विस देने वाली दुनिया की पहली कंपनी बनेगी इंडिगो

Updated Aug 04, 2022 | 18:35 IST

Budget carrier IndiGo: गुरुवार को इंडिगो अपना 16वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर कंपनी ने उपहार के तौर पर थ्री-पॉइंट डिसम्बार्केशन सिस्टम (Three-Point Disembarkation System) की घोषणा की।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
हवाई यात्रियों को मिलेगी ये अनोखी सर्विस, आप भी जानें
मुख्य बातें
  • वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में इंडिगो की कुल आय 13,019 करोड़ रुपये रही।
  • अप्रैल से जून के दौरान इंडिगो का कुल खर्च दोगुना से भी ज्यादा यानी 14,083 करोड़ रुपये रहा।
  • समीक्षाधीन तिमाही में एयरलाइन कंपनी का ईंधन पर खर्च करीब चार गुना बढ़ा है।

नई दिल्ली। बजट कैरियर इंडिगो (IndiGo) ने गुरुवार को बड़ी घोषणा की। इंडिगो अपने विमानों में तीन दरवाजों से निकासी की व्यवस्था करेगी। इससे यात्री जल्दी विमान से बाहर निकल सकेंगे। इसका मतलब है कि इंडिगो यात्रियों की डी-बोर्डिंग को तेज करने के लिए दो रैंप के बजाय अब कंपनी तीन रैंप का इस्तेमाल करेगी। इस संदर्भ में कंपनी ने कहा है कि, 'नई प्रक्रिया के तहत यात्रियों की निकासी के लिए आगे की ओर दो और पीछे एक दरवाजा होगा। इसके साथ ही इंडिगो इस प्रक्रिया का इस्तेमाल करने वाली दुनिया की पहली विमानन कंपनी बन जाएगी।'

कैसे होगा फायदा?
इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) रोनोजॉय दत्ता ने इस मामले में दिल्ली हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि तीन निकास द्वार वाली व्यवस्था के जरिए कंपनी के प्लेन से यात्रियों को उतरने में पांच से छह मिनट बचेंगे। उल्लेखनीय है कि दो दरवाजों से निकासी की व्यवस्था के तहत एक A321 विमान को खाली करने में आमतौर पर 13 मिनट से 14 मिनट तक का समय लगता है। वहीं तीन निकास दरवाजों की व्यवस्था से यात्रियों के विमान से निकलने में सिर्फ 7 से 8 मिनट ही लगेंगे।'

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आगे सीईओ दत्ता ने कहा कि शुरुआत में इंडिगो बंगलुरु, मुंबई और दिल्ली में इस सिस्टम को लागू करेगी। लेकिन बाद में धीरे- धीरे सभी हवाई अड्डों पर इसे लागू कर दिया जाएगा।

जून तिमाही में हुआ 1,064 करोड़ का घाटा
मालूम हो कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में प्राइवेट विमानन कंपनी इंडिगो को 1,064 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की ऊंची कीमत के साथ- साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी से जून में समाप्त तिमाही में कंपनी को घाटा हुआ। इससे पिछले साल की समान अवधि की तुलना में घाटा 66.5 फीसदी कम हुआ है।

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