- गैर-कोविड दावों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
- 6 महीनों में समग्र स्वास्थ्य बीमा दावों में 33 फीसदी की वृद्धि हुई।
- ऐसे में प्रीमियम में कुछ संशोधन हो सकते हैं।
Insurance: स्वास्थ्य बीमाकर्ताओं (Health Insurers) ने गैर-कोविड दावों (non-COVID claims) में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने की लागत बढ़ गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि प्रीमियम में कुछ संशोधन हो सकते हैं।
Max Bupa द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 6 महीनों में समग्र स्वास्थ्य बीमा दावों में 33 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि COVID-19 से संबंधित दावों में 94 फीसदी की गिरावट आई है। अप्रैल से सितंबर 2021 की अवधि के दौरान संक्रामक रोगों (Infectious Diseases) के दावों में पांच गुना वृद्धि देखी गई है।
जो लोग सर्जरी और उपचार के लिए COVID-19 मामलों के कम होने का इंतजार कर रहे थे, वे अब अस्पतालों का रुख कर रहे हैं। दावों का औसत टिकट आकार भी बढ़ गया है।
संशोधित हो सकता है प्रीमियम
इस संदर्भ में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के सीईओ राकेश जैन ने कहा कि, 'जो लोग इंतजार कर रहे थे, वे अब बाहर आ रहे हैं। इसके अलावा चिकनगुनिया (Chikungunya) और डेंगू (Dengue) के मामले भी हैं। फिलहाल स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम स्थिर हैं। प्रीमियम केवल तीन साल बाद ही बदला जा सकता है। अगर कंपनियों पर दबाव आता है तो प्रीमियम को संशोधित किया जाएगा, क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने की लागत में महंगाई (inflation) बढ़ी है। आम तौर पर, वृद्धि पूरे पोर्टफोलियो पर होती है।'
कुछ बीमाकर्ता ने पहले ही कुछ समूह बीमा के प्रीमियम बढ़ा दिए हैं। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड (ICICI Lombard) में अंडरराइटिंग और दावों के प्रमुख संजय दत्ता कहते हैं कि, 'बीमा प्रीमियम बाद में बढ़ सकता है क्योंकि इसके लिए नियामक से अनुमोदन की आवश्यकता होती है। हमने कर्मचारी-नियोक्ता बीमा में कुछ वृद्धि देखी है। हालांकि, अभी के लिए अंडरराइटिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ है।'
स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम आय में बढ़त
सामान्य बीमा परिषद (General Insurance Council) के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2021 तक बीमाकर्ताओं द्वारा स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) प्रीमियम आय बढ़कर 37,108.00 करोड़ रुपये हो गई, जो साल दर साल 29.22 फीसदी की वृद्धि को दर्शाता है। महामारी से लोग स्वास्थ्य बीमा के मोर्चे पर अधिक जागरूक हुए हैं। इसी तरह जीवन बीमा कंपनियों ने सितंबर में नए बिजनेस प्रीमियम में सालाना आधार पर 22 फीसदी की बढ़ोतरी देखी।