नई दिल्ली: रेलवे की कंपनी आईआरसीटीसी का हाल ही में आईपीओ बड़ा हिट रहा। ये आईपीओ 112 गुना सब्सक्राइब हुआ। 645 करोड़ रुपए के आईपीओ के लिए 70 हजार करो़ रुपए की बोलिया आ गई।
अब आईआरसीटीसी ने नया कदम उठाया है। दरअसल प्लास्टिक को खत्म करने के लिए आईआरसीटीसी नए तरह की पॉनी की बॉटल ला रहा है। रेल नीर की ये बॉटल पूरी तरह से नष्ट किए जा सकने वाले मटेरियल की होगी।
आईआरसीटीसी ने एक ट्विट कर बताया कि एक बार उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए रेल नीर को बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग के लिए सफलता पूर्वक टेस्ट कर लिया गया है। इसकी सप्लाई पायलट के आधार पर लखनऊ-नई दिल्ली-लखनउ तेजस एक्सप्रेस में सप्लाई किया जा रहा है।
अभी रेलवे को रेल नीर से 176 करोड़ रुपए की सालाना कमाई है रही है। रेलवे की कुल आय में रेल नीर का हिस्सा 7.8 फीसदी है। अभी रेलवे के पास 10 रेल नीर प्लाट है। इनकी सालाना क्षमता 10.9 लाख लीटर प्रतिदिन है।
रेलवे में होने वाली मांग का ये 45 फीसदी हिस्सा है। जल्द ही रेलवे रेल नीर के 6 नए प्लांट कमीशन करने जा रही है। इसके अलावा रेल नीर के 4 नए प्लांट 2021 तक लाने के लिए कंपनी के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है।
रेल नीर को उपलब्धता के आधार पर स्टेशनों और ट्रेन में देने के पूर्ण अधिकार रेलवे के पास है। IRCTC ने सिहांद्री में रेल नीर प्लांट खोलने के लिए एनटीपीसी से भी हाथ मिलाया है।