- लॉकडाउन के बीच अस्थिरता के माहौल में एफडी पर लोगों का भरोसा कायम
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने छुआ 600 करोड़ रुपए का आंकड़ा
- अन्य परिसंपत्तियों में अस्थिरता और अनिश्चितता के कारण फिक्सड डिपॉजिट में बढ़ रहा लोगों का भरोसा
नई दिल्ली: पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने गुरुवार को कहा कि उसने सावधि जमा खातों (एफडी) में 600 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है क्योंकि अन्य परिसंपत्तियों में अस्थिरता के कारण लॉकडाउन अवधि के दौरान इसमें वृद्धि देखी गई है। पीबीबीएल ने एक बयान में कहा, 'पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) ने अपने पार्टनर इंडसइंड बैंक के साथ रखे गए सावधि जमा खातों में 600 करोड़ के मुकाम को पार कर लिया है।'
ज्यादा ब्याज से बना आकर्षक विकल्प: कंपनी का कहना है, 'अन्य परिसंपत्ति वर्गों में उतार-चढ़ाव की इस अवधि के दौरान, बड़ी संख्या में पीपीबी बैंक खाताधारक जारी लॉकडाउन के दौरान अपनी बचत को सावधि जमा में ट्रांसफर कर रहे हैं।' PPBL अपने ग्राहकों को अपने पार्टनर बैंक के साथ फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट चुनने का विकल्प देता है, जिससे उन्हें हर साल 7 प्रतिशत तक ब्याज मिलता है, जो इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा है।
बढ़ रहा लोगों का भरोसा: पीपीबीएल के सीईओ और प्रबंध निदेशक सतीश कुमार गुप्ता ने एक बयान में कहा, 'हमारा मानना है कि धन प्रबंधन सभी के लिए उपलब्ध होने चाहिए, भले ही उनकी मात्रा कितनी भी हो। हमारे लिए गर्व की बात है कि लाखों बैंक खाताधारक सावधि जमा का लाभ समझते हैं।' PPBL का दावा है कि वह बचत खातों में पहले ही 1,000 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुका है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के बीच हर क्षेत्र में इन दिनों मंदी देखने को मिल रही है। रियल स्टेट से लेकर गोल्ड तक हर जगह धीमा कारोबार देखने को मिला है। लोगों घरों के अंदर बंद रहने के दौरान एमएसएमई सेक्टर के लिए भी चुनौतियां बहुत बढ़ गई हैं, लॉकडाउन से पहले से ही यह क्षेत्र चुनौतियों से होकर गुजर रहा था। ऐसे में फिक्सड डिपॉजिट को लेकर हाल ही में आई जानकारी एक सकारात्मक खबर कही जा सकती है।