नई दिल्ली: भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की दूसरी जमानत अर्जी स्थगित हो गई है, ये 23 जुलाई तक स्थगित हुई है, गौर हो कि भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने डोमिनिका हाईकोर्ट में देश में अवैध प्रवेश के मामले में एक बार फिर जमानत याचिका दायर की थी। चोकसी को इससे पहले दो मौकों पर इसी मामले में राहत देने से इन्कार किया जा चुका है।
इससे पहले जून में, डोमिनिकन मजिस्ट्रेट की अदालत ने चोकसी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद उसने डोमिनिका हाईकोर्ट का रुख किया था हाईकोर्ट ने भी जमानत देने से इन्कार कर दिया था। 23 मई को चोकसी को एंटीगुआ एवं बारबुडा से कथित तौर पर अपहरण कर डोमिनिका ले जाया गया था।
साजिश रचने के दावों को पूरी तरह से बकवास करार दिया
इससे पहले डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने कहा था कि 13,500 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में वांछित भगोड़े भारतीय व्यवसायी मेहुल चोकसी के 'रहस्यमय' आगमन के संबंध में उनकी सरकार का रवैया बिलकुल साफ हैं। डोमिनिका न्यूज ऑनलाइन के अनुसार, प्रधानमंत्री स्केरिट ने एंटीगुआ और भारत की सरकारों के साथ साजिश रचने के दावों को पूरी तरह से बकवास करार दिया था।
उनके मुताबिक, यह कहना कि डोमिनिका की सरकार और भारत के साथ एंटीगुआ की सरकार ने किसी भी तरह से मिलीभगत की, यह पूरी तरह से बकवास है। हम खुद को उस तरह की गतिविधियों, उन प्रथाओं में शामिल नहीं करते हैं, बिल्कुल नहीं। मेरा मतलब है, यह बेतुका है और हम इसे अस्वीकार करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोई भी सज्जन व्यक्ति इस निराधार दावे को प्रचारित करना चाहेगा, जो अदालतों के सामने है।
प्रधानमंत्री स्केरिट ने कहा कि ईरानी मूल के डोमिनिकन नागरिकता धारक और राजनयिक अलीरेजा जि़बहलत मोनफारेड के साथ ऐसा ही मामला हुआ था, जो ईरानी सरकार द्वारा अरबों डॉलर के गबन के आरोप में वांछित था। लंबे अंतरराष्ट्रीय तलाशी अभियान के बाद 2017 में डोमिनिकन गणराज्य में मोनफारेड को गिरफ्तार किया गया था।