- पेटीएम में 30 फीसदी हिस्सेदारी चीन के एंट ग्रुप (Ant Group) की है। कंपनी में सॉफ्टबैंक की 18 फीसदी, SAIF III की 12 फीसदी हिस्सेदारी है।
- कंपनी के सीईओ विजय शेखर शर्मा की 10 फीसदी, अलीबाबा की सात फीसदी , SAIF पार्टनर्स की पांच फीसदी और अन्य की 12 फीसदी हिस्सेदारी है।
- इस आईपीओ के जरिए कंपनी की 18,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
Paytm IPO News: निवेशकों के लिए एक और शानदार सप्ताह की शुरुआत हो गई है। आज मर्चेंट पेमेंट कंपनी पेटीएम (Paytm) की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) का 18300 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) खुल गया है। यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ (Paytm IPO) है। निवेशकों को लंबे समय से इसका इंतजार था। आप 10 नवंबर (Paytm IPO Date) तक इस आईपीओ में पैसा लगा सकते हैं।
आइए जानते हैं पेटीएम के आईपीओ की खास बातें (Paytm IPO detials)-
- पेटीएम के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 2,080 रुपये से 2,150 रुपये प्रति शेयर रखा गया है।
- कंपनी ने न्यूनतम बिड लॉट साइज 6 इक्विटी शेयरों पर और उसके बाद 6 शेयरों के गुणकों में तय किया है। खुदरा निवेशक एक लॉट के लिए न्यूनतम 12,900 रुपये का निवेश कर सकते हैं और उनका अधिकतम निवेश 15 लॉट के लिए 1,93,500 रुपये होगा।
- इश्यू साइज 18,300 करोड़ रुपये है। ताजा इश्यू 8,300 करोड़ रुपये का है जबकि ऑफर फॉर सेल 10,000 करोड़ रुपये का है।
- बाजार में कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 18 नवंबर को हो सकती है।
- कंपनी का लक्ष्य पेटीएम के इकोसिस्टम को और मजबूत करना है, जिसमें उपभोक्ताओं और व्यापारियों के अधिग्रहण और रिटेंशन व उन्हें प्रौद्योगिकी और वित्तीय सेवाओं (4,300 करोड़ रुपये) तक अधिक पहुंच प्रदान करना शामिल है। कंपनी का लक्ष्य अन्य सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के साथ नई व्यावसायिक पहल, अधिग्रहण और रणनीतिक साझेदारी (2,000 करोड़ रुपये) में निवेश करने का भी है।
पेटीएम उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में अग्रणी है। यह सबसे बड़ा भुगतान प्लेटफॉर्म है। इसका कुल व्यापारी आधार 31 मार्च, 2019 तक 11.2 मिलियन से बढ़कर 31 मार्च, 2021 तक 21.1 मिलियन हो गया है।
पेटीएम से पहले कोल इंडिया था देश का सबसे बड़ा IPO
मालूम हो कि पेटीएम से पहले कोल इंडिया का IPO देश का सबसे बड़ा आईपीओ था। कोल इंडिया का आईपीओ साल 2010 में आया था, जिसके जरिए कंपनी ने 15,475 करोड़ रुपये जुटाए थे। अब निवेशकों को LIC के आईपीओ का भी बेसब्री से इंतजार है। आईपीओ के जरिए एलआईसी 80,000 करोड़ से 1 लाख करोड़ रुपये जुटा सकती है।