- 2021 की तुलना में इस तिमाही में भारत के पासपोर्ट की रैंकिंग में सुधार हुआ है।
- हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में भारत का पासपोर्ट 83वें स्थान पर है।
- सूचकांक में यूएस और यूके छठे स्थान पर हैं।
Powerful Passports 2022: किसी भी देश में जाने के लिए आपके पास पासपोर्ट जरूर होना चाहिए। पासपोर्ट के बिना आप विदेश यात्रा नहीं कर सकते हैं। हर देश के पासपोर्ट की अपनी एक ताकत होती है। हर साल पासपोर्ट की रैंकिंग जारी की जाती है, जिससे पता चलता है कि किस देश का पासपोर्ट सबसे शक्तिशाली है।
ये हैं सबसे शत्किशाली पासपोर्ट
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स (Henley Passport Index) ने साल 2022 की रैकिंग जारी कर दी है। अगर इस साल के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट (World most powerful passports) की बात करें तो वह जापान और सिंगापुर का है।
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भारत के पासपोर्ट की रैंकिंग में सुधार
2021 की तुलना में इस तिमाही में भारत के पासपोर्ट की रैंकिंग में सुधार हुआ है। अब यह हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में 83वें स्थान पर है, जो पिछले साल 90वें रैंक से सात स्थान ऊपर है। हालांकि साल 2020 में इसकी रैंक 84 थी, जबकि 2016 में भारत माली और उज्बेकिस्तान के साथ 85वें स्थान पर था।
अफगानिस्तान का पासपोर्ट सबसे नीचे
सूचकांक में जापान और सिंगापुर शीर्ष पर हैं। अस्थायी कोविड से संबंधित प्रतिबंधों को ध्यान में रखे बिना, दो एशियाई देशों के पासपोर्ट धारक अब दुनिया भर के 192 गंतव्यों में बिना वीजा के प्रवेश कर सकते हैं। सूचकांक में सबसे नीचे अफगानिस्तान है।
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छठे स्थान पर यूएस और यूके
नवीनतम रैंकिंग में जर्मनी और दक्षिण कोरिया दूसरे स्थान पर हैं। इन देशों के पासपोर्ट धारक 190 गंतव्यों तक बिना वीजा से जा सकते हैं। फिनलैंड, इटली, लक्जमबर्ग और स्पेन तीसरे स्थान पर हैं। यूएस और यूके छठे स्थान पर हैं। साल 2020 में यूएस और यूके के पासपोर्ट 8वें स्थान पर थे, जो सूचकांक के 17 साल के इतिहास में इनका सबसे निचला स्थान था।
2005 के बाद से, हेनले पासपोर्ट इंडेक्स दुनिया के पासपोर्ट को उन गंतव्यों की संख्या के अनुसार रैंक करता है जहां उनके धारक बिना वीजा के पहुंच सकते हैं। यह इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के डेटा पर आधारित है। भारत के पास अब दुनिया भर में 60 देशों के लिए वीजा-मुक्त पहुंच है। भारत ने 2006 के बाद से 35 और गंतव्य जोड़े हैं।