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PPF अकाउंट से जुड़ी काम की बात, मैच्योरिटी पूरी होने पर आपको मिलेंगे 3 विकल्प, सिर्फ 1 चुन सकते हैं

Updated Jun 01, 2021 | 19:13 IST

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) सबसे अधिक जोखिम-मुक्त निवेश विकल्पों में से एक है। मैच्योरिटी पूरी होने पर आपको तीन विकल्प मिलेंगे।

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पीपीएफ अकाउंट के फायदे (तस्वीर-istock)
मुख्य बातें
  • लॉन्ग टर्म निवेश के लिए पीपीएफ सबसे बढ़िया ऑप्शन माना जाता है।
  • वर्तमान में पीपीएफ मे निवेश पर ब्याज दर 7.1% है।
  • कोई व्यक्ति पीपीएफ खाते में प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपए तक निवेश कर सकता है।


जब बच्चों की पढ़ाई या शादी या घर खरीदने के लिए पैसे जमा करने की बात आती है तो इसके लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) सबसे अधिक जोखिम-मुक्त निवेश विकल्पों में से एक है। लॉन्ग टर्म निवेश के लिए यह सबसे बढ़िया ऑप्शन माना जाता है। पीपीएफ एक सरकार समर्थित ऋण-उन्मुख साधन है। जिसमें ब्याज की फ्लोटिंग दर मिलती है। यह सरकार द्वारा हर तिमाही में तय की जाती है। सरकार समर्थित इस स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दर वर्तमान में 7.1% है। निवेश पर ब्याज दर सालाना आधार पर चक्रवृद्धि होती है। इसकी गणना हर महीने की 5 तारीख और महीने के अंत के बीच अकाउंट में न्यूनतम शेष राशि के आधार पर की जाती है।

पीपीएफ चक्रवृद्धि ब्याज के जरिये धन सृजन का दोहरा लाभ प्रदान करता है और आय पर टैक्स राहत प्रदान करता है। कोई व्यक्ति पीपीएफ खाते में प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपए तक निवेश कर सकता है। यह 'Exempt, exempt, exempt' या EEE कैटेगरी के अंतर्गत आता है जिसका अर्थ है कि निवेश राशि, ब्याज पर अर्जित ब्याज और परिपक्वता राशि सभी टैक्स फ्री हैं। किसी पीपीएफ बचत योजना में 15 साल की मैच्योरिटी होती है लेकिन निवेशक कुछ शर्तों के आधार पर खाता खोलने के 5 साल बाद पैसा निकाल सकते हैं। आपके पीपीएफ खाते की मैच्योरिटी के बाद, आपके पास तीन विकल्प हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार इन तीनों में से किसी एक को चुन सकते हैं।

पीपीएफ खाते से पूरा पैसा निकालना

सभी विकल्पों में स्पष्ट है कि आप अपना खाता बंद कर दें और न्यूनतम 15 साल की अवधि पूरी होने के बाद पैसे वापस ले लें। आपके बैंक या डाकघर के फॉर्म सी का उपयोग करके अर्जित ब्याज के साथ आप निवेश राशि वापस ले सकते हैं और खाता बंद करा सकते हैं।

नए योगदान के बिना पीपीएफ खाते का विस्तार

15 साल की प्रारंभिक मैच्योरिटी अवधि के बाद, पीपीएफ खाताधारक के पास बिना किसी निवेश के अपने खाते को और 5 साल तक बढ़ाने का विकल्प होता है। इस मामले में, आपको बैंक या डाकघर को सूचित करने की जरूरत नहीं है। जब तक आप इसे बंद करने का फैसला नहीं लेते, तब तक खाते पर ब्याज मिलता रहेगा।

निवेश के साथ 5 साल के लिए पीपीएफ खाते का विस्तार

अगर आपके रिटारयमेंट में कुछ साल बाकी है और आप पीपीएफ खाते के टैक्स छूट लाभ का उपयोग करना चाहते हैं, तो आप इसे नए योगदान के साथ 5 साल की अवधि के लिए बढ़ा सकते हैं। आप फॉर्म एच जमा करके ऐसा कर सकते हैं और प्रति वर्ष 500 रुपए का नया योगदान कर सकते हैं। पांच साल के इस समय के दौरान, आपके फंड का 40% हिस्सा लॉक हो जाएगा, जबकि आप इस अवधि के लिए हर साल एक आंशिक निकासी कर सकते हैं। आप अपने फंड तक पहुंच रखते हुए भी कंपाउंडिंग का लाभ प्राप्त करना जारी रख सकते हैं।

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