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इंफोसिस-विप्रो ने जारी किए पहली तिमाही के नतीजे, किसे हुआ फायदा और किसको हुआ नुकसान?

Updated Jul 25, 2022 | 09:51 IST

Quarterly Results: मौजूदा समय में विप्रो और इंफोसिस का मार्केट कैप क्रमश: 2,25,873.82 करोड़ और 6,28,134.66 करोड़ रुपये है।

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इंफोसिस-विप्रो ने जारी किए तिमाही नतीजे,फायदा हुआ या नुकसान? (Pic: iStock)

Quarterly Results: देश की दूसरी बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस प्रदाता इंफोसिस (Infosys) और सूचना प्रौद्योगिकी विप्रो लिमिटेड (Wipro) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के अवधि के लिए तिमाही नतीजे घोषित कर दिए हैं। आज शुरुआती कारोबार में बीएसई पर इंफोसिस का शेयर 11.30 अंक (0.75 फीसदी) की गिरावट के साथ 1495.00  पर था। इस दौरान विप्रो का शेयर 1.20 अंक ऊपर 412.00 पर बंद कारोबार कर रहा था।

3.2 प्रतिशत बढ़ा इंफोसिस का शुद्ध लाभ
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इंफोसिस का समेकित शुद्ध लाभ 3.2 प्रतिशत बढ़कर 5,360 करोड़ रुपये हो गया जो बाजार के अनुमान से कम है। इंफोसिस ने अप्रैल-जून तिमाही के नतीजों की शेयर बाजारों को जानकारी देते हुए कहा कि एक साल पहले की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 5,195 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि जनवरी-मार्च 2022 तिमाही की तुलना में इंफोसिस का शुद्ध लाभ 5.7 प्रतिशत कम हुआ है। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 5,686 करोड़ रुपये रहा था।

इतना रहा राजस्व
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में कंपनी का राजस्व 23.6 प्रतिशत बढ़कर 34,470 करोड़ रुपये हो गया। अप्रैल-जून 2021 की तिमाही में यह 27,869 करोड़ रुपये रहा था। पहली तिमाही के नतीजों से उत्साहित इंफोसिस ने मांग में मजबूती बने रहने की संभावना को देखते हुए समूचे वित्त वर्ष के लिए अपने राजस्व आकलन को संशोधित करते हुए 14-16 प्रतिशत कर दिया है। पहले कंपनी का आकलन 13-15 प्रतिशत वृद्धि का था।

14.1 प्रतिशत बढ़ा परिचालन खर्च
कंपनी का पहली तिमाही में परिचालन मार्जिन गिरकर 20.1 प्रतिशत पर आ गया जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में यह 23.7 प्रतिशत रही थी। वहीं जनवरी-मार्च तिमाही में परिचालन मार्जिन 21.5 प्रतिशत रहा था। इंफोसिस का परिचालन खर्च अप्रैल-जून तिमाही में 14.1 प्रतिशत बढ़ गया। बिक्री एवं विपणन लागत बढ़ने से उसके परिचालन खर्च में बढ़ोतरी हुई है। इंफोसिस का यह प्रदर्शन बाजार की उम्मीदों से कम है। बाजार ने एक साल पहले की तुलना में कंपनी के समेकित शुद्ध लाभ में 5.5 प्रतिशत से लेकर 9.5 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान लगाया हुआ था।

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने एक बयान में कहा, 'अनिश्चितता से भरे आर्थिक माहौल के बीच पहली तिमाही में हमारा समग्र प्रदर्शन सशक्त रहा है। यह एक संगठन के तौर पर हमारे स्वाभाविक लचीलेपन, हमारी उद्योग-अग्रणी डिजिटल क्षमताओं और सतत ग्राहक-प्रासंगिकता का एक साक्ष्य है।'

2,563.6 करोड़ रहा विप्रो का शुद्ध लाभ
इस दौरान विप्रो का एकीकृत शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 21 प्रतिशत घटकर 2,563.6 करोड़ रुपये पर रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने 3,242.6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। विप्रो ने शेयर बाजार को भेजी सूचना में बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसके शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 20.6 प्रतिशत की कमी आई है। बेंगलुरु की कंपनी की आय 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर करीब 18 प्रतिशत बढ़कर 21,528.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।

वहीं सितंबर तिमाही के लिए कंपनी को अपनी आय के 281.7 करोड़ डॉलर से 287.2 करोड़ डॉलर के बीच रहने की उम्मीद है। विप्रो के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी थिएरी डेलापोर्ट ने कहा, टहमने कंपनी की वृद्धि में महत्वपूर्ण निवेश किया है और हम परिणाम से बहुत खुश हैं।' उन्होंने कहा, 'हमारी ऑर्डर बुकिंग मूल्य के लिहाज से सालाना आधार पर 32 प्रतिशत बढ़ गई। हम उन निवेश को सुदृढ़ करना जारी रखेंगे, जो हमें अपना कारोबार बढ़ाने में मदद करते हैं।'
(भाषा इनपुट्स के साथ)

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