चंडीगढ़: रेलवे ने विश्व धरोहर में शामिल कालका-शिमला मार्ग पर शीशे की छत वाली सात बोगियों की विस्टाडोम ट्रेन बुधवार को शुरू कर दी। कालका स्टेशन पर रेलवे के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि गुब्बारों से सजी लाल रंग की ट्रेन हरियाणा के कालका स्टेशन से सुबह करीब सात बजे रवाना हुई।
अधिकारी ने बताया कि 'हिम दर्शन' ट्रेन में 100 से अधिक यात्रियों के बैठने की क्षमता है और सर्दियों की छुट्टियों और नववर्ष के जश्न के कारण अगले कुछ दिनों के लिए सभी सीटें बुक हैं। इस साल की शुरुआत में रेलवे ने इस मार्ग पर केवल एक विस्टाडोम बोगी लगायी थी, लेकिन अच्छी प्रतिक्रिया देखते हुए अब वह पूरी ट्रेन में विस्टाडोम बोगियों (शीशे की छत वाले डिब्बों) का इस्तेमाल कर रहा है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस ट्रेन की शुरुआत होने के मौके पर ट्वीट कर कहा, 'हिमालय की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक शांति को अब यात्रा के दौरान भी महसूस किया जा सकता है। रेलवे ने कालका से शिमला के बीच विस्टाडोम कोचेस से युक्त हिमदर्शन एक्सप्रेस शुरु की है, जो अपनी पारदर्शी छत और बड़ी विंडोज से यात्रियों को हिमालय की खूबसूरती के दर्शन कराएगी।'
शिमला तक इस ट्रेन में सफर करते हुए यात्री शीशे की बनी बोगियों से बर्फ और बारिश वाले बाहर के मनोहर दृश्य का आनंद उठा सकेंगे। ट्रेन में सवार होने के बाद कालका में एक परिवार ने मीडिया को बताया, 'पारदर्शी छतों के साथ प्रकृति का लुत्फ उठाकर काफी अच्छा लग रहा है। हम कुछ ही दिनों में लौटेंगे। आशा करते हैं कि हमें ट्रेन की यात्रा करते हुए बर्फबारी देखने का मौका मिलेगा।'