नई दिल्ली: अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल लिमिटेड को 2021 में दुनिया की दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती खुदरा विक्रेता कंपनी का दर्जा प्राप्त हुआ है। दुनिया की खुदरा विक्रेता कंपनियों की डेलायट की रिपोर्ट में यह कहा गया है। इसके मुताबिक रिलायंस रिटेल इस मामले में पिछले साल शीर्ष पर थी लेकिन अब दूसरे नंबर पर आ गई है। डेलायट की रिपोर्ट के मुताबिक ग्लोबल पावर्स आफ रिटैलिंग की सूची में उसका नंबर 53वां रहा है। इससे पहले कंपनी 56वें नंबर पर थी, इस प्रकार उसने इस सूची में भी अपनी स्थिति में सुधार किया है।
खुदरा विक्रेताओं की इस सूची में अमेरिका की वालमार्ट इंक सबसे शीर्ष पर रही है। कंपनी ने दुनिया के शीर्ष खुदरा विक्रेता के तौर पर अपनी स्थिति को बरकरार रखा है। वहीं अमेजन डॉट काम इंक ने भी अपनी स्थिति में सुधार लाते हुये दूसरा स्थान हासिल किया है। अमेरिका का कोस्टको व्होलसेल कापोर्रेशन एक पायदान नीचे खिसककर तीसरे पर और उसके बाद जर्मनी की स्वार्ज ग्रुप का चौथा स्थान रहा है। खुदरा विक्रेता कंपनियों में शीर्ष 10 कंपनियों में स्थान पाने वालों में एक ब्रिटेन की और सात अमेरिका की कंपनियां शामिल हैं। शीर्ष 10 में स्थान पाने वालों में क्रोगर कंपनी (पांचवां स्थान) वालग्रींस बूट्स एलायंस इंक (छठा स्थान), सीवीएस हेल्थ कापार्पेरेशन (नौवां स्थान), जर्मनी की अल्दी इंकॉफ जीएमबीएच एण्ड कंपनी ओएचीजी को आठवां स्थान मिला है। इसके बाद ब्रिटेन की टेस्को पीएलसी 10वें स्थान पर रही है।
ताकतवर वैश्विक खुदरा विक्रेता कंपनियों की 250 कंपनियों की सूची में स्थान पाने वाली रिलायंस रिटेल एक मात्र भारतीय कंपनी है। ग्लोबल पावर्स आफ रिटेलिंग और वर्ल्डस् फास्टेस्ट रिटेलर्स में लगातार चौथी बार रिलायंस का नाम आया है। डेलायट की रिपोर्ट में कहा गया है, 'रिलायंस रिटेल, तेजी से बढ़ने वाली 50 कंपनियों में पिछले साल सबसे शीर्ष पर थी लेकिन इस साल यह दूसरे नंबर पर रही। कंपनी ने साल दर साल 41.8 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है। कंपनी ने 2019- 20 की समाप्ति पर उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक्स, फैशन एवं जीवनशैली और किराना खुदरा श्रृंखला स्टोर में 13.1 प्रतिशत वृद्धि हासिल की। इसे मिलाकर भारत के 7,000 से अधिक कस्बों और शहरों में उसके कुल मिलाकर 11,784 स्टोर हो गये।'
इसके अलावा कंपनी के लिये ई- वाणिज्य के तहत बिजनेस से ग्राहक (बी2सी) और बिजनेस से बिजनेस (बी2बी) में डिजिटल वाणिज्य के जरिये दूसरी बड़ी वृद्धि होगी। कंपनी व्हट्सएप के जरिये जियोमर्ट प्लेटफार्म पर डिजिटल वाणिज्य व्यवसाय को बढ़ाने के लिये व्हट्सएप के साथ भागीदारी कर रही है। इससे छोटे व्यवसायों को भी समिार्न मिलेगा। कंपनी ने वित्त वर्ष 2018- 19 की समाप्ति पर श्रीकणन डिपार्टमेंटर स्ओर के 29 स्टोर का अधिग्रहण किया। इके बाद अगस्त 2020 में फ्यूचर समूह के खुदरा, थोक और लाजिस्टिक्स इकाइयों को भी 3.4 अरब डालर में अधिग्रहण करने की घोषणा की।
इन्हें पूरी तरह से मंजूरी मिल जाने के बाद रिलायंस रिटेल के स्टोरों का दायरा करीब दुगुना हो जायेगा। रिलायंस रिटेल ने 2020 में दो ई- वाणिज्य अधिग्रहण भी किये। उसने विटालिक हेल्थ और उसके आनलाइन फार्मेसी प्लेटफार्म नेटमेड्स का अधिग्रहण किया। इसके अलावा घर की सजावट का काम करने वाली आनलाइन कंपनी अर्बनलेडर में नवंबर में 96 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया।