- सैमसंग का नोएडा में निवेश मेक इन इंडिया का बेहतरीन उदाहरण है।
- इससे यूपी के नौजवानों को राज्य में ही नौकरी मिलेगी।
- भारत मोबाइल डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग में दुनिया का तीसरा देश भी बन जाएगा।
दुनिया की दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक कम्पनियों में शुमार सैमसंग, अब उत्तर प्रदेश में मोबाइल और आईटी डिसप्ले उत्पादों का निर्माण करेगी। दक्षिण कोरिया की दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक कंपनी सैमसंग का उत्तर प्रदेश के नोएडा में डिस्प्ले कारखाना तैयार हो चुका है। सैमसंग के साउथवेस्ट एशिया प्रेसिडेंट एवं सीईओ केन कांग ने रविवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और मुख्यमंत्री ने उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया। मुलाकात के दौरान सीएम योगी ने कहा कि सैमसंग की नोएडा फैक्ट्री ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम की सफलता का बेहतरीन उदाहरण है। इसके माध्यम से प्रदेश के नौजवानों को राज्य में ही रोजगार उपलब्ध कराने में सहायता मिली है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सैमसंग की निर्माण इकाई को हर सम्भव मदद देने के लिए तैयार है। उन्होंने प्रतिनिधिमण्डल को आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार द्वारा सैमसंग कम्पनी को आगे भी सहयोग प्रदान किया जाता रहेगा।
सैमसंग के प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बेहतर औद्योगिक वातावरण और निवेश फ्रेण्डली नीतियों के दृष्टिगत सैमसंग कम्पनी ने चीन स्थित डिसप्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट (एस0डी0एन0) को नोएडा स्थापित किए जाने का निर्णय लिया, जिसकी स्थापना का कार्य पूरा किया जा चुका है। यह भारत के प्रति तथा उत्तर प्रदेश को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाए जाने की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
सैमसंग की यह यूनिट इससे पहले चीन में स्थापित थी। सैमसंग के इस नए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना से प्रदेश में करीब 4825 करोड़ रुपये का निवेश होगा। यही नहीं भारत, ओएलईडी तकनीक से निर्मित मोबाइल डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग करने वाला दुनिया का तीसरा देश भी बन जाएगा। विश्व में टीवी, मोबाइल फोन, टैबलेट, घड़ियों आदि में उपयोग होने वाले कुल डिस्प्ले उत्पाद का 70 प्रतिशत से अधिक सैमसंग द्वारा दक्षिण कोरिया, वियतनाम तथा चीन में निर्मित होता है। डिस्प्ले इकाईयों का प्रस्तावित निवेश मूल उत्पाद का एक ज्यादा लागत वाला हाई टेक्नोलोजी कम्पोनेन्ट है, जो बीच की सप्लाई चेन की कड़ी को पूर्ण करने के लिये तथा भविष्य में प्रदेश में डिस्प्ले से सम्बन्धित फैब इकाई की स्थापना हेतु यह इकाई एक मील का पत्थर साबित होगी। विगत वित्तीय वर्ष में 27 बिलियन डॉलर के निर्यात के साथ मेसर्स सैमसंग उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा निर्यातक है। सैमसंग ग्रुप ने अगले पाँच वर्षों में कुल 50 बिलियन डालर का निर्यात लक्ष्य रखा है।
सैमसंग 4825 करोड़ का यूपी में करेगी निवेश
भारी-भरकम निवेश और औद्योगिक विकास को देखते हुए योगी सरकार ने सैमसंग के इस प्रोजेक्ट को विशेष प्रोत्साहन देने का फैसला किया है। शुक्रवार को प्रदेश मंत्रिपरिषद ने इस संबंध में निर्णय लिया। मंत्रिपरिषद के निर्णयानुसार मेसर्स सैमसंग डिस्प्ले नोएडा प्राइवेट लिमिटेड को उ.प्र.इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण नीति -2017' के अन्तर्गत पूँजी उपादान, भूमि हस्तान्तरण पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट की अनुमन्यता होगी। चीन से विस्थापित होकर उत्तर प्रदेश आ रही इस परियोजना को पूँजी उपादान के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार स्थिर पूंजी निवेश में पुरानी मशीनों की लागत को भी अनुमन्य किया जायेगा।
इस परियोजना के लिए प्रदेश सरकार पर 5 वर्षों की अवधि में 250 करोड़ रुपए का वित्तीय उपाशय अनुमानित है। इस इकाई में करीब डेढ़ हजार लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा। कंपनी को भारत सरकार की योजना "स्कीम फॉर प्रोमोशन ऑफ मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रानिक कम्पोनेन्ट्स एण्ड सेमीकण्डक्टर्स" के अन्तर्गत भी लगभग 460 करोड़ रुपए का वित्तीय प्रोत्साहन भी प्राप्त होगा।